डॉ. लोकेंद्र यादव ने बताया कि प्रदेश के उज्जैन, ग्वालियर, भोपाल, रीवा, बुरहानपुर, इंदौर स्थित 6 शा. आयुर्वेद महाविद्यालयों में छात्र अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर चिकित्सालय परिसर में प्रदर्शन कर रहे हैं उसी कड़ी में टॉवर चौक पर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। आयुर्वेद के जूनियर डॉक्टरों की मांग है कि आयुर्वेद इंटर्न, गृह चिकित्सक एवं स्नातकोत्तर छात्रों की शिष्यावृत्ति, मानदेय एलोपैथी के इंटर्न, जूनियर रेसिडेंट एवं स्नातकोत्तर छात्रों के समतुल्य कर वार्षिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक से जोड़ा जाए। मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर से आयुष शाखा को पृथक कर भोपाल स्थानान्तरित किया जाए एवं निकट भविष्य मे पृथक रुप से आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण किया जाए। लोक सेवा आयोग द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी की भर्ती प्रतिवर्ष निकाली जाए एवं इस वर्ष आयोजित की जाने वाली परीक्षा से संविदा कर्मियों को दिया जाने वाला 15 प्रतिशत अंक को हटाया जाए।