हर साल पूरे देश में गणेश उत्सव बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है । 10 दिनों तक विशेष रूप से बप्पा की पूजा की जाती है। इस साल गणेश चतुर्थी 31 अगस्त से शुरू हो रहा है। पंडित गणेश शर्मा स्वर्ण पदक प्राप्त ज्योतिषाचार्य ने बताया कि हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह में 2 चतुर्थी तिथियां आती हैं। लेकिन भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी विशेष मानी जाती है। इसी तिथि को भगवान गणेश का जन्म हुआ था। इसलिए वह सभी चतुर्थियों में सबसे प्रमुख है।
भाद्रपद मास की चतुर्थी तिथि को शुभ अवसर पर घर में गणपति की स्थापना की जाती है। घर में भगवान गणेश को स्थापित करके भगवान गणेश की पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि, शांति और बाधाओं का निवारण होता है, पद्म पुराण के अनुसार भगवान गणेश का जन्म स्वाति नक्षत्र में दोपहर के समय हुआ था। इसलिए इस समय गणेश जी की स्थापना और पूजा अधिक शुभ और लाभकारी होगी। इस वर्ष गणेशोत्सव शुभ योग के साथ मनाया जाएगा बुधवार 31 अगस्त से गणेशोत्सव की शुरुआत हो रही है। शास्त्रों में बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है, बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से सभी प्रकार के सुख मिलते हैं और जीवन में आने वाली बाधाएं तुरंत दूर हो जाती हैं।
इसके अलावा, गणेश चतुर्थी भी रवि योग के योग के साथ मेल खाता है
रवियोग में की गई उपासना हमेशा फायदेमंद होती है। इस दिन रवि योग 31 अगस्त को सुबह 06.23 बजे से 01 सितंबर को दोपहर 12.12 बजे तक रहेगा। वहीं ग्रहों के योग की बात करें तो गणेश चतुर्थी के दिन चारों प्रमुख ग्रह अपनी-अपनी राशि में होंगे। गुरु अपनी मीन राशि में, शनि मकर राशि में, बुध अपनी कन्या राशि में मौजूद रहेंगे। इस कारण गणेश को शुभ युति में रखने से जीवन में धन, समृद्धि और खुशियां आती है।