ऑनलाइन प्रोडक्ट खरीदी में व्यापारियों से धोखाधड़ी करने वाला एक संगठित गिरोह सक्रिय है। यह गुजरात से ऑपरेट हो रहा है। गैंग सदस्य फर्जी ग्राहक बनकर प्रोडक्ट बुक करते हैं। फिर पार्सल खोलकर पुराना भरकर भेज देते हैं। ऐसे में ग्राहक द्वारा रिटर्न किया प्रोडक्ट व्यापारी के पास भेज दिया जाता है कि आपने गलत माल भेजा था, वहीं ऑनलाइन माल भेजने वाली कंपनी ग्राहक को अपने खर्च से दूसरा प्रोडक्ट दे देती है। ऐसे में नुकसान व्यापारी का होता है। गिरोह ने इंदौर मेंे कई व्यापारियों से ऐसी ठगी की है। हाल में एक कम्प्यूटर कारोबारी के साथ धोखाधड़ी का मामला उजागर हुआ है। अब क्राइम ब्रांच पड़ताल में जुटी है।
ताजा मामले में कम्प्यूटर कारोबारी अमित कुमार डोसी निवासी परसराम मार्ग ने बताया कि सपना-संगीता सफायर हाउस में पेसिफिक सॉल्यूशन नाम से उनका ऑफिस है। ये अपने कम्प्यूटर ऑनलाइन माल भेजने वाली विश्व प्रसिद्ध एक कंपनी से जुड़कर बेचते हैं। कुछ समय पहले इन्हें सूरत से 9 लैपटॉप (6 लाख रु.) के ऑनलाइन ऑर्डर मिले। गिरोह ने एक ही ओटीपी (395004) से माल लिया, लेकिन डिलीवरी सूरत में अलग-अलग स्थानों पर ली गई। कुछ दिन बाद ऑनलाइन डिलीवरी कंपनी का मैसेज आया आपने खराब प्रोडक्ट हमारे कस्टमर को भेजा था। अमित को रिटर्न पार्सल में पुराने और यूज किए लैपटॉप मिले, जबकि अमित ने 90 हजार प्रति लैपटॉप दर से ब्रांडेड नया माल भेजा था। कंपनी ने लैपटॉप का पेमेंट कर दिया था, लेकिन इस घटना के बाद कंपनी ने खाते से लैपटॉप की पूरी राशि निकाल ली। हमारे नए लैपटॉप चले गए और 6 लाख का नुकसान हुआ।
हमारे ही लैपटॉप ऑनलाइन बिकने लगे
अमित ने बताया कुछ दिन बाद उनका लैपटॉप भोपाल के ‘आईटी बाजार ग्रुप’ पर 55 हजार में बिकता देखा। इसे डिस्काउंट फैक्ट्री संचालक असलम शेख निवासी इंदौर ने ग्रुप पर डाला था। अमित ने ग्राहक बन संपर्क किया। सीरियल नंबर अमित की शॉप के ही थे जो सूरत में बेचे थे। क्राइम ब्रांच ने असलम को पकड़ा तो 9 में से 2 लैपटॉप मिल गए। असलम ने माल विवेक जेटलिया से लेना बताया तो जेटलिया ने माल ऑनलाइन खरीदना बताया। अमित का आरोप है 14 मार्च को क्राइम ब्रांच में शिकायत बाद 16 मार्च को इंदौर से असलम और विवेक को पकड़ा गया। न तो एफआईआर दर्ज हुई न जांच आगे बढ़ रही है। एक दिन की पूछताछ बाद दोनों आरोपियों को छोड़ दिया गया।