देवास – विश्व फिजियोथेरेपी दिवस प्रत्येक वर्ष 8 सितंबर को मनाया जाता है फिजियोथेरेपी दिवस लोगों को शारीरिक तौर पर अच्छी तरह से रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह दिन फिजियोथेरेपिस्ट में जागरूकता पैदा करने में प्रयास करता है। इस दिन चिकित्सा क्षेत्र में उनके योगदान के लिए दुनियाभर के फिजियोथेरेपिस्टो को धन्यवाद किया जाता है फिजियोथेरेपी लोगों का दर्द चोट विकार और अन्य परेशानिया से लड़ने में मदद करती है। फिजियोथेरेपी द्वारा निम्नलिखित बीमारियों एवं समस्याओं का समाधान आधुनिक मशीनों एवं मेनुअल थेरपी द्वारा किया जाता है जो चोट की रोकथाम, पुनर्वास, समग्र फिटनेस और स्थायी चिकित्सा का एक संयोजन है। व्यायाम COVID-19 से आपके ठीक होने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक फिजियोथेरेपिस्ट आपको मार्गदर्शन दे सकता है कि व्यायाम कैसे मदद कर सकता है। इस दिवस पर फिजियोथेरेपी विभाग में कार्यरत सभी डॉक्टर्स एवं स्टाफ ने विभिन्न गतिविधियों एवं नृत्य एवं विभिन्न संदेशो के माध्यम से स्वास्थ्य में फिजियोथेरेपी के प्रयोग व लाभों को के बारे में में बताया गया | अमलतास अस्पताल के चैयरमैन मयंक सिंह भदौरिया जी द्वारा बताया गया की चिकिस्ता क्षेत्र में ईलाज की सर्वश्रेष्ठ पद्धति फिजियोथेरेपी है हमारे फिजियोथेरेपी विभाग में भी आधुनिक मशीनों द्वारा मरीजों को थेरेपी दी जा रही है | कार्यक्रम में अमलतास कॉलेज के डीन डॉ. शरदचंद्र वानखेड़े , मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. ए.के. पीठवा, निदेशक डॉ. प्रशांत, फिजियोथेरेपी एवं पैरामेडिकल कॉलेज के निर्देशक डॉ. स्नेहा यूथम, प्रिंसिपल डॉ. अंजलि मेहता, डॉ. विधि , डॉ. प्र्ध्युमन डॉ. अंजलि कृषन एवं सभी स्टाफ उपस्थित थे |