IMD alert on North India cold: जनवरी होने के बावजूद उत्तर भारत के कई राज्यों में अभी तक कड़ाके की ठंड पड़ रही है। यहां 22 जनवरी को राजस्थान के बीकानेर में तापमान सामान्य से – 0.8 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया है। गलन भरी ठंड के बीच शीतलहर और कोहरे का सितम भी जारी है। पंजाब के चंडीगढ़, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में 23 जनवरी को सुबह विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम दर्ज की गई है। ऐसे में एयर ट्रैफिक बाधित है उड़ानें लेट चल रही हैं। इसके अलावा ट्रेनें प्रभावित हैं और सड़कों पर यातायात बाधित हो रहा है। अब यहां सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है कि उत्तर भारत में अभी तक लोगों को ठंड से राहत नहीं मिली है?
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस नहीं होने से पड़ रही इतनी ठंड
मौसम विभाग के अनुसार इसका सीधा सा कारण है वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का न होना। दरअसल, जनवरी तक पांच से छह बार वेस्टर्न डिस्टर्बेंस देखे जाते थे। जिससे दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के राज्यों से ठंड कम हो जाती थी। इसके अलावा Western Himalayan रीजन में इस बार बारिश कम हुई है। जिसके चलते उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बिहार और झारखंड आदि उत्तर भारत में अभी तक शीतलहर चल रही है और तड़के और रात में घना कोहरा पड़ रहा है।
क्या होता है वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ)
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस यानि पश्चिमी विक्षोभ एक तरह की तेज बर्फीली हवाएं होती हैं। यह कैस्पियन sea में बनते हैं। फिर वहां से निकल कर यह रास्ते में इराक, अफगानिस्तान ईरान आदि के रास्ते होते हुए इंडिया तक पहुंचती हैं। यह हवाएं बारिश और नमी के बाद ठंड कम करने का काम करती हैं।
बारिश नहीं होने से ठंड कर रही परेशान
मौसम विभाग के अनुसार पिछले करीब 15 सालों से दिल्ली में जनवरी महीने में बारिश होती है, जो अभी तक नहीं हुई है। इतना ही नहीं 24 जनवरी तक यहां बारिश होने की संभावना भी नहीं है। 25 जनवरी को वेस्टर्न हिमाचल एरिया में हल्की बारिश होगी। जिसका असर पहुंचने में समय लगेगा। ऐसे में लोगों को ठंड से राहत मिलने के आसार कम हैं। अभी तक वेस्टर्न हिमाचल एरिया में बेहद हल्की बारिश हुई है। इस बार बर्फीले इलाकों में बर्फ कम पड़ी है। जिससे अभी तक कड़ाके की ठंड बरकरार है।