नीमच जिला पंचायत में वार्ड 6 से चुनाव लड़ रहीं संध्या तरुण बाहेती को छाता चुनाव चिन्ह मिला है। वे पहले से ही प्रचार कर रही हैं। होर्डिंग, स्टीकर, पोस्टर के साथ दिल्ली से प्रचार सामग्री भी बुलवा ली और 8 लाख रुपए भी खर्च कर दिए, लेकिन अब परेशान हैं कि चुनाव का क्या होगा? यह स्थिति अकेले नीमच की नहीं, पूरे प्रदेश की है।
औसतन प्रत्येक प्रत्याशी कम से कम 30 हजार और अधिक से अधिक 8 लाख रुपए तक खर्च कर चुका है। अनुमान है कि इस बार 25 से 30 लाख प्रत्याशी मैदान में उतर सकते हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन नागर का कहना है कि पहले चरण के प्रचार के लिए सिर्फ दस दिन बचे हैं। इस स्थिति ने प्रत्याशियों की धड़कनें और बढ़ा दी हैं। इसी चरण के चुनाव में कम से कम 200 से 300 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
चुने जाना हैं चार लाख जनप्रतिनिधि
- जिला पंचायत सदस्य (52 जिले) 859
- जनपद पंचायत सदस्य (313 जनपद) 6727
- सरपंच (22581 ग्राम पंचायत) 22581
- पंच (22581 ग्राम पंचायत) 3,62,754
रतलाम जिपं के वार्ड 7 के नाहर सिंह कसारी पोस्टर- गाड़ी पर डेढ़ लाख रुपए खर्च कर चुके। 6 जनवरी को वोटिंग है। 4 उम्मीदवार और हैं जो पैसा खर्च कर चुके।
सरपंच के लिए लगी 44 लाख की बोली
अशोकनगर के चंदेरी की ग्राम पंचायत भटौली में सरपंच बनने के लिए 44 लाख रुपए तक की बोली लग गई। यहां ग्रामीणों ने गांव में मंदिर निर्माण के लिए सबसे ज्यादा रुपए देने वाले को सरपंच बनाने की बात कही। ग्रामीणों की बैठक हुई और 22 लाख रुपए से बोली शुरू हुई।
गांव के सौभागसिंह यादव ने सबसे ज्यादा 44 लाख की बोली लगाते हुए सरपंच की दावेदारी पेश कर दी। ग्रामीणों ने भी सौभागसिंह को निर्विरोध सरपंच बनाने की वादा कर लिया। हालांकि उक्त जनपद क्षेत्र में तीसरे चरण में मतदान होना है।
आयोग ने कहा, प्रक्रिया तो जारी है। पंचायतों में चुनाव की प्रक्रिया जारी है, जो भी कार्यक्रम या शेड्यूल है, उसी के हिसाब से काम हो रहा है। आगे जो भी कोर्ट का निर्णय होगा, उस पर आगे बढ़ेंगे।
– बीएस जामोद, सचिव, राज्य निर्वाचन आयोग
ढाई लाख खर्च कर चुके रामकिंकर-दतिया जिपं सदस्य का चुनाव लड़ रहे रामकिंकर गुर्जर को बैलगाड़ी सिंबाल मिला है। गुर्जर बताते हैं कि उन्होंने शनिवार को ही प्रचार सामग्री का आर्डर किया है। टेंट और दीवार लेखन में ढाई लाख खर्च कर चुके हैं। इस पंचायत में दस वार्ड हैं, जिसमें 3 ओबीसी के और बाकी अन्य सात हैं