होटल-रेस्टोरेंट और घरों से निकलने वाले यूज्ड कुकिंग ऑइल से भोपाल में अब बायो डीजल बनेगा। डोर-टू-डोर ऑडल कलेक्ट किया जाएगा। इसकी लोगों को कीमत भी चुकाई जाएगी। भोपाल नगर निगम गोल्ड प्लक प्राइवेट लिमिटेड के जरिए ये काम करेगा। इसके लिए दोनों के बीच MOU भी साइन हो चुके हैं।
राजधानी भोपाल व आसपास के इलाकों में हर रोज एवरेज 100 टन ऑइल की रोज सप्लाई होती है। इसमें से अधिकांश तेल होटल और रेस्टोरेंट में यूज किया जाता है। वेस्ट ऑइल को फेंक दिया जाता है। इससे पर्यावरण को भी नुकसान होता है, लेकिन अब यही यूज्ड कुकिंग ऑइल कमाई का जरिया भी बनेगा।
नुकसान और बचने के तरीके भी बताएंगे
निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी ने बताया कि गोल्ड प्लक प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से शहर में यूज्ड कुकिंग ऑइल को डोर-टू-डोर कलेक्ट करेंगे। आइल के वजन/मात्रा के हिसाब से राशि का भुगतान कर रसीद दी जाएगी। MOU के मुताबिक लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के साथ ही उपयोग किए गए कुकिंग ऑइल से होने वाले नुकसान और इससे बचने के लिए जानकारी भी दी जाएगी।
ऐसे होगा काम
एमओयू के अनुसार नगर निगम रहवासी संघों, रेस्टोरेंट, ढाबा, होटल, कॉलोनियों, कवर्ड कैंपस, को-ऑपरेटिव सोसायटी आदि में जले हुए तेल से होने वाले नुकसान व स्वास्थ्य संबंधी जानकारी संबंधित एनजीओ और स्वास्थ्य एम्बेसडर्स के माध्यम से देगा। वहीं, चलित कचरा वाहन के माध्यम से भी जले हुए खाद्य तेल को निकालने और उसके निपटारे के संबंध में जागरूक करेगा।
विभिन्न जगह उपयोग किए गए खाद्य तेल को एकत्र करने के लिए ड्रम उपलब्ध कराए जाएंगे। लोगों से प्राप्त तेल के वजन आदि की रसीद स्थल पर दी जाएगी। जिस पर मात्रा और कीमत अंकित होगी। इसका भुगतान प्रतिमाह ऑनलाइन किया जाएगा। राशि अभी तय नहीं की गई है। इस तेल से बायो डीजल बनाया जाएगा।