जिला पंचायत चुनाव को लेकर चल रहीं तैयारियां चुनाव रद्द होने की घोषणा के साथ ही थम गई। जिसके बाद चुनाव में लगे प्रशासनिक अमले ने राहत की सांस ली।
हालांकि अब अमला चुनाव खत्म करने के काम में जुट गया है। वे अब चुनाव में नामांकन पत्र भरने वाले उम्मीदवारों से ली गई जमानत राशि का रिकार्ड तैयार करने में लग गए हैं। चुनाव रद्द होने के बाद उम्मीदवारों को यह राशि वापस की जानी है। इसे कैसे और किस माध्यम से वापस किया जाएगा, इस पर विभाग के जिम्मेदारी अधिकारी मंथन कर रहे हैं। दरअसल जिला पंचायत चुनाव में पंच, सरपंच से लेकर जनपद और जिला पंचायत के 90 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र भरा था, जिनसे ली गई राशि को अब वापस करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
पैसा वापस लेने पहुंच रहे कलेक्ट्रेट : चुनाव न हाेने के बाद नामांकन पत्र भरने वाले उम्मीदवारों द्वारा अपनी जमानत राशि लेने कई उम्मीदवार कलेक्ट्रेट पहुंच रहे हैं। उन्हें यह कह कर लौटा दिया जा रहा है कि विभाग अभी इस पर मंथन कर रहा है। यह राशि कब और कहां से मिलेगी, इसकी जानकारी उम्मीदवारों को दे दी जाएगी। नियम के मुताबिक पंच और सरपंच से चार हजार रुपये प्रति व्यक्ति जमानत राशि ली गई थी तो वहीं जनपद और जिला पंचायत के उम्मीदवारों से आठ हजार रुपये प्रति व्यक्ति लिए गए।
तैयारियों में खर्च हो गए 50 लाख : दिसंबर माह में जिला पंचायत चुनाव को लेकर जिला प्रशासन और जिला पंचायत ने अपनी तैयारियों शुरू कर दी। मतदान केंद्र बनाने से लेकर प्रशिक्षण देने समेत सभी चुनावी कार्यों को किया गया। इस दौरान अनुमान लगाया जा रहा है कि जिला प्रशासन का लगभग 50 लाख रुपये से ज्यादा का खर्च हो गया। अब चुनाव ही रद्द हो गए हैं तो तैयारियां थम गई, लेकिन तैयारियों में लगे निजी कर्मचारी और उनकी सामग्री का भुगतान किया जा रहा है।