उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव शुक्रवार को स्थानीय होटल में शहर के शिक्षाविद, प्रोफेसर, कोचिंग संस्थान के संचालक और लेक्चरर के साथ संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में उज्जैन शहर में भविष्य में उच्च शिक्षा और शैक्षणिक संस्थाओं के विकास पर विचार विमर्श किया गया। साथ ही शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाने के लिए शिक्षाविदों से सुझाव प्राप्त किए गए।
मंत्री डॉ यादव ने संवाद कार्यक्रम में कहा कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत प्रदेश में विश्वविद्यालयों में नए पाठ्यक्रम खोले गए हैं। विद्यार्थियों को उनकी प्रतिभा को संवारने निखारने और आगे बढ़ाने का मौका मिलना चाहिए। जानकारी दी गई कि विक्रम विश्वविद्यालय में इस बार विद्यार्थियों की एडमिशन के दौरान काउंसलिंग की गई। इस वजह से यूनिवर्सिटी में विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक संस्कार भी दिए जाएं
मंत्री डॉ यादव ने शिक्षाविदों को आश्वस्त किया कि शासन की ओर से सभी महत्वपूर्ण सुझावों पर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। डॉ यादव ने कहा कि विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ सामाजिक संस्कार भी दिए जाएं, ताकि वे एक अच्छे नागरिक बनकर प्रदेश और देश का नाम रोशन करें। इस दौरान विक्रम विवि कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडे और कुलसचिव डॉ प्रशांत पौराणिक मौजूद थे।