जबलपुर पुलिस का अनुशासन तार-तार:- गोरखपुर के बाद अब विजय नगर टीआई ने रेपिस्ट को पीटने वाले कोतवाली टीआई की करतूत रोजनामचे में दर्ज कर दी

पुलिस विभाग का अनुशासन जबलपुर में तार-तार होता जा रहा है। पहले गोरखपुर थाने की टीआई द्वारा एएसपी स्तर के अधिकारी के खिलाफ रोजनामचे में शिकायत दर्ज कर दी गई। अब विजय नगर की टीआई ने कोतवाली टीआई के खिलाफ रोजनामचे में रेपिस्ट से मारपीट करने का जिक्र कर दिया। मामला सामने आने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। टीआई छुट्‌टी पर चली गई हैं।

कोतवाली पुलिस ने नौवीं की छात्रा से विजय नगर स्थित यू-टर्न कैफे में रेप का मामला दर्ज करते हुए 24 दिसंबर को प्रकरण विजय नगर थाने को भेजा था। कोतवाली पुलिस ने मामले के आरोपी समीर बाटे को भी दबोच लिया था। बताते हैं कि जब रेपिस्ट को विजय नगर पुलिस के हवाले किया गया तो, उसके शरीर पर मारपीट के निशान थे। इस पर विजय नगर टीआई का पारा चढ़ गया। उन्होंने रेपिस्ट का बयान लिया। रेपिस्ट ने बताया कि कोतवाली टीआई अनिल गुप्ता ने मारपीट की है। रेपिस्ट की एमएलसी कराने के बाद विजय नगर टीआई सोमा मलिक ने रोजनामचे में पूरी घटना का जिक्र कर दिया।

अधिकारियों के संज्ञान में मामला सामने आया तो मचा बवाल

विजय नगर टीआई की करतूत छनते हुए कोतवाली सीएसपी दीपक मिश्रा के पास पहुंची। उन्होंने मामले में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया। इसके बाद टीआई पर वरिष्ठ अधिकारियों की नाराजगी सामने आई। मामला तूल पकड़ता देख टीआई सोमा मलिक अवकाश पर चली गईं। कारण बताया कि खरगोन में किसी पुराने प्रकरण में पेशी है। अब वह 4 जनवरी को लौटेंगी। अधिकारी रोजनामचे में दर्ज इस प्रकरण को समाप्त करने की कवायद में जुटे हैं।

टीआई अर्चना नागर व एएसपी रोहित काशवानी में भी ठन चुकी है।

इससे पहले गोरखपुर टीआई कर चुकी हैं अनुशासन भंग

जबलपुर में अनुशासन तोड़ने की शुरूआत गोरखपुर टीआई अर्चना नागर ने की थी। एएसपी स्तर के अधिकारी के बंगले में रहने वाले सिपाही द्वारा गोरखपुर थाने भेजकर वीडियोग्राफी कराने और फिर थाने पहुंच कर डांटने और अपशब्दों का प्रयोग करने की बात रोजनामचे में दर्ज कर दी थी। इस मामले ने भी काफी तूल पकड़ा था। अधिकारियों की डांट के बाद टीआई ने लिखित माफी मांगते हुए गुस्से में ऐसा करने की बात का जिक्र कर किसी तरह मामला रफा-दफा किया। विवाद के बाद वे भी अवकाश पर चली गई थीं।

दोनों महिला टीआई कई मामलों में चर्चित

जबलपुर में पदस्थ दोनों महिला टीआई कई मामलों में चर्चित रही हैं। सोमा मलिक जहां गृह जनपद में टीआई बनकर पदस्थापना पाने वाले संभवत: प्रदेश की इकलौती हैं। वहीं अर्चना नागर सेवा से बर्खास्तगी के बाद कोर्ट के आदेश से फिर से नौकरी में आई हैं। उन पर रिश्वत मांगने के कई गंभीर आरोप लगते रहे हैं। वहीं सोमा मलिक अक्सर अपने विवादास्पद कार्यों को अंजाम देकर पुलिस अधिकारियों का सिरदर्द बढ़ाती रहती हैं।

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