महाकाल नगरी में संक्रमण का दायरा बढ़ा:- 106 में से 44 मरीज ऐसे जो यात्रा से लौटे कांटेक्ट में आने से 24 मरीज पॉजिटिव

मास्क से दूरी; यही गलती पड़ रही भारी।

पहली और दूसरी लहर में जो कमियां रह गई थी, उन्हें इस बार पहले से दूर कर लिया गया है, क्योंकि संक्रमण की रफ्तार इस बार तेजी से बढ़ रही है। कोविड के बढ़ते मरीजों को देखते हुए कोविड केयर सेंटर शुरू कर दिए गए हैं। यहां 24 घंटे ऑक्सीजन की उपलब्धता की जाएगी। इसके लिए समितियों का सहयोग लिया जाएगा।

संक्रमित ऐसे मरीज, जिनमें गंभीर लक्षण नहीं हैं उन्हें होम आइसोलेशन में ही रखा जाएगा, केवल गंभीर मरीजों को ही हॉस्पिटल में भर्ती किया जाएगा। उज्जैन में कुल 106 मरीज बुधवार तक पॉजिटिव पाए जा चुके, जिनमें से 92 मरीज एक्टिव हैं। इसके बाद गुरुवार देर रात आई रिपोर्ट में 50 और नए पॉजिटिव पाए गए हैं।

106 मरीजों की कांटेक्ट हिस्ट्री निकाली गई तो पता चला है कि 44 मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री है यानी वे बाहर यात्रा पर गए थे और संक्रमित हो गए। संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने से 24 मरीज पॉजिटिव आए हैं। इनकी कांटेक्ट ट्रेवल हिस्ट्री पाई गई है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिले में वर्तमान में 11 ऑक्सीजन प्लांट संचालित किए जा रहे हैं।

कोविड हॉस्पिटल और कोविड केयर सेंटर में लिक्विड ऑक्सीजन सहित दो स्तर पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है। कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ.एचपी सोनानिया का कहना है कि स्थानीय की बजाए बाहर से आ रहे यात्रियों की वजह से संक्रमण ज्यादा फैल रहा है।

19 लोगों के घर एपीसेंटर, क्षेत्र को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया

तीसरी लहर में भी शहर के सभी क्षेत्रों में संक्रमण फैल रहा है। पुराने शहर के अलावा फ्रीगंज में तेजी से मरीज बढ़ रहे हैं। सबसे ज्यादा 10 मरीज फ्रीगंज में पाए गए हैं। इसके अलावा देवास रोड, सेठीनगर, दशहरा मैदान और एमआर-5 मक्सी रिंग रोड पर महालक्ष्मी नगर व मक्सी रोड पर गोपालपुरा व नानाखेड़ा क्षेत्र की कॉलोनियों में मरीज पॉजिटिव पाए जा रहे हैं।

जिला प्रशासन की ओर से शहरी क्षेत्र में 19 लोगों के घरों को एपीसेंटर घोषित करते हुए क्षेत्र को कंटेनमेंट एरिया घोषित कर दिया है लेकिन शहर में अब तक 34 से ज्यादा कॉलोनियों में संक्रमण फैल चुका है। शहर के एक छोर से दूसरे छोर तक मरीज पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। जिले की बात करें तो दूसरी लहर में हॉट स्पॉट रहे नागदा में अब तक दो मरीज संक्रमित पाए जा चुके हैं, तराना में भी एक मरीज पॉजिटिव पाया गया है।

कहां कितने संक्रमित

सेठीनगर में 3, गोपालपुरा 1, शिवाजी पार्क 3, ऋषिनगर 3, विवेकानंद 3, अरविंद नगर 2, फ्रीगंज 10, वीडी मार्केट 3, गोंसा दरवाजा 1, अलखनंदानगर 4, नागेश्वरधाम 1, महानंदानगर 1, मंगल कॉलोनी 1, लक्ष्मीनगर 3, नानाखेड़ा 1, ढांचा भवन 1, मोहन नगर 1, मक्सी रोड 1, अमन नगर 1, सार्थक नगर 1, नागदा 2, महालक्ष्मीनगर 4, शिवम परिसर 1, नवकेतन परिसर 1, आदिनाथ कॉलोनी 1, खाराकुआं 1, महाकाल रोड 1, विद्यापति नगर 2, सिंधी कॉलोनी 1, कॉलेज कैंपस 1, मुसद्दीपुरा 1, छत्रीचौक 1, अरिहंत परिसर 2, दशहरा मैदान में 2 मरीज पाए गए हैं।

एक ही दिन में सर्दी-खांसी व बुखार के 2048 लोग फीवर क्लिनिक पहुंचे, 1.70 फीसदी मरीज कोरोना संक्रमित

बढ़ते संक्रमण के बीच उज्जैन में सर्दी-खांसी व बुखार के मरीज बढ़ गए हैं। ऐसे में फीवर क्लिनिक पर मरीजों की भीड़ लग रही है। एक ही दिन में 2048 मरीज अपनी जांच करवा रहे हैं। कोविड की आशंका में लोग आरटीपीसीआर भी करवा रहे हैं।

बदलते मौसम में कोल्ड वायरस एक्टिव होने के साथ में स्ट्रांग हो गया है। जिसके चलते लोग बीमार हो रहे हैं। इन्हीं मरीजों में से 1.70 प्रतिशत मरीज कोविड संक्रमण के पाए जा रहे हैं। नए वैरिएंट के खतरे के बीच में बीमारियों का मिक्स संक्रमण हो गया है, जो कि चिंताजनक है। पहले कोरोना फिर डेंगू और फिर कोल्ड वायरस के बाद अब कोरोना। संक्रमण का असर इस बार लंबे समय तक रह सकता है।

पहली और दूसरी लहर में कोविड

का असर दो माह ही रहा लेकिन इस दिसंबर से शुरू हुआ कोरोना मार्च-अप्रैल तक रह सकता है। मरीजों के स्वस्थ होने में भी समय लग रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ज्यादातर मरीजों को घर पर ही आइसोलेट कर रहा है। ऐसे में कोविड अस्पतालों में वर्तमान में पर्याप्त बेड और संसाधन उपलब्ध हैं।

आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के कोविड नोडल अधिकारी डॉ. सुधाकर वैद्य का कहना है कि गंभीर मरीजों में वे लोग ही है जिन्हें पूर्व से कोई गंभीरबीमारी जैसे बीपी, शुगर, हार्ट, अस्थमा या कैंसर। ऐसे मरीजों को ज्यादा अवेयर रहना होगा। उनके संक्रमित होने पर मरीज गंभीर स्थिति में पहुंच सकते हैं। कोविड विशेषज्ञों का कहना है कि रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी लोग अवेयर रहें और लंबे समय तक सर्दी-खांसी या बुखार होने पर दोबारा अपना कोविड टेस्ट करवाए।

विवाह, मेला, सामाजिक आयोजनों का असर सामने आने लगा

जिले में कोरोना की शतक हो गई है। यहां पर 29 दिन में ही कुल 106 मरीज संक्रमित पाए जा चुके हैं। जो कोरोना की पहली और दूसरी लहर से ज्यादा है। पहली लहर में 25 दिनों में 57 मरीज और दूसरी लहर में 59 मरीज पॉजिटिव पाए गए थे। तीसरी लहर में संक्रमण की रफ्तार इतनी तेज है कि चार दिनों में ही 84 मरीज संक्रमित पाए जा चुके हैं।

ऐसे में आने वाले 20 से 25 दिनों के बीच में मरीज दोगुना से ज्यादा हो सकता है। अब तक शहर की 54 से ज्यादा कॉलोनियों में संक्रमण पहुंच चुका है। पिछले 21 दिनों में जो विवाह समारोह, कार्तिक मेला व हस्तशिल्प मेला, राजनीतिक व सामाजिक आयोजन हुए हैं, उसका असर अब सामने आने लगा है। संक्रमित मरीज के कांटेक्ट में आए लोगों में संक्रमण पाया जा रहा है।

कोविड विशेषज्ञों ने चेताया है कि आने वाले 25 दिन ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। इस अवधि में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है। आरआर टीम के नोडल अधिकारी डॉ. रौनक एलची का कहना है कि पिछले दिनों हुए सार्वजनिक आयोजनों में शामिल हुए लोगों में अब संक्रमण का असर देखा जा रहा है। इनके संपर्क में आए लोग भी संक्रमित पाए जा रहे हैं। लोग बीमारी को छिपाए नहीं और नजरअंदाज नहीं करें। कोविड टेस्ट जरूर करवाएं।

थकान या कमजोरी तो आरटीपीसीआर टेस्ट करवाएं

जिन लोगों को भूख नहीं लग रही है या दस्त लग रहे हैं। हार्थ-पैर में दर्द, थकान या कमजोरी जैसी समस्याएं आ रही हैं वे अनिवार्य रूप से आरटीपीसीआर टेस्ट करवाएं और साथ ही रिपोर्ट आने तक खुद को घर में आइसोलेट कर लें। परिवार के दूसरे सदस्यों के संपर्क में नहीं आएं।

यात्रा से लौटे तो खुद को क्वारेंटाइन कर लें

यात्रा से लौटने पर भी लोग खुद को होम क्वारेंटाइन कर लें और अपना कोविड टेस्ट करवाएं। रिपोर्ट आने तक परिवार के दूसरे सदस्यों को से दूर रहें। कमरे में रहकर किताबें पढ़े या संगीत का शौक है तो गीत सुनें, गाना गाएं यानी बंद कमर में भी खुद को व्यस्त रखें।

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