मुख्यमंत्री ने भले ही लोगों की सुरक्षा के लिए राजधानी में कमिश्नर सिस्टम लागू कर दिया हो, लेकिन इस बदलाव का कोई खास असर नजर नहीं आ रहा है।
थाना स्तर पर कोई बदलाव नहीं है, वह अपनी मनमर्जी से बडे – बडे अपराधों में मामूली धाराओं में केस दर्ज कर रहे हैं। थानों की इन कार्रवाई पर निगरानी के अधिकारियों की संख्या बढ़ा दी गई है, लेकिन सब कुछ भगवान भरोसे ही नजर आ रहा है। ताजा मामला शाहपुरा थाना क्षेत्र के आयकर कालोनी के करीब का है, जहां शनिवार रात आधा दर्जन बदमाशों ने हाथों में नंगी तलवार लेकर आधे घंटे तक हंगामा मचाया। रेस्टोरेंट के मालिक पर हमला करने की कोशिश और रेस्टोरेंट के बाहर खडी कार में तोडफोड कर दी। चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस शिकायत पर एफआइआर तो दर्ज की ,लेकिन मामूली धाराओं में। सबसे मजेदार बात यह है कि सीसीटीवी फुटेज में आरोपितों के चेहरे कैद होने के बाद भी एफआइआर अज्ञात के खिलाफ दर्ज की गई है। शाहपुरा पुलिस के अनुसार भरत नगर शाहपुरा में रहने वाला राहुल नामदेव का आयकर कालोनी के पास मुख्य सड़क पर रेस्टोरेंट है। उनका कहना है कि रात में करीब पौने ग्यारह बजे का समय हो रहा होगा, वह अपने रेस्टोरेंट के अंदर बैठे थे। उन्होंने हंगामे की आवाज सुनी तो बाहर आकर देखा तो आधा दर्जन बदमाशों हाथों में नंगी तलवार लेकर हंगामा कर वाहनों में तोड़फोड़ कर रहे थे। यह देखकर वह डर गए और रेस्टोरेंट का दरवाजा बंद कर उन्होंने सबसे पहले अपनी जान बचाई। बाद में बदमाशों ने उनके रेस्टोरेंट के दरवाजे पर भी तलवार मारी। थोडी देर बाद बदमाश चले गए। बाद में बाहर आकर देखा तो दो कारों को बदमाशों ने तोड़फोड़ कर कार के कांच तोड़ दिए थे। चर्चा है कि आरोपितों को किसी से हार्न बचाने को लेकर विवाद हुआ था। इस हमले में दो लोगों के साथ मारपीट की गई है। उनको चोटे भी आई है, पुलिस मामले की जांच में लगी है, लेकिन आरोपितों को कोई सुराग नहीं है।
सड़क से गायब रहती है पुलिस
घटना स्थल के पास रहने वाले अमित सिंह ने बताया कि रात में पुलिस हमेशा गायब ही रहती है। आसपास की पान की गुमठियां देर रात खुली रहती है। पुलिस उनकी दुकानों को खुला देखकर भी पुलिस उन्हें बंद नहीं करवाती है। इन गुमटियों पर ही यह बदमाश शराब पीकर खडे होते हैं। उसके बाद हंगामा कर लोगों को रोकते हैं, उनसे विवाद करते हैं। कई बार पुलिस को बताया, वह नहीं सुनती है।