देश की सबसे बुजुर्ग मादा भालू ‘गुलाबो’ नहीं रही। 14 साल पहले ‘गुलाबो’ को कंलदरों से रेस्क्यू कर भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में लाया गया था। 40 साल उम्र होने से उसके अंदरूनी अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। इसके चलते उसकी मौत हो गई।
रविवार-सोमवार की रात मादा भालू ‘गुलाबो’ ने दम तोड़ दिया। वन विहार में ही उसका अंतिम संस्कार किया गया। उसकी मौत से वन विहार में शो छा गया।
स्वभाविक मौत हुई
वन विहार के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. एके जैन ने बताया, मादा भालू ‘गुलाबो’ को मई 2006 में 25 वर्ष की उम्र में कलंदरों से रेस्क्यू किया गया था। वह 15 साल से वन विहार में थी। पार्क में भालुओं का हेल्थ मैनेजमेंट और रख-रखाव वाइल्ड लाइफ एसओएस संस्था कर रही है। मृत मादा भालू का पोस्टमार्टम डॉ. अतुल गुप्ता और डॉ. रजत कुलकर्णी ने किया। मृत्यु का कारण अतिवृद्धावस्था के कारण आंतरिक अंगों का काम न करना पाया गया। उसकी स्वभाविक मृत्यु हुई है।
अब 13 को होगा कैंप
वन विहार में 11 जनवरी को अनुभूति कैंप होना थी, जो स्थगित कर दिया गया है। अब यह 13 जनवरी को होगा।