जिला मुख्यालय के घरौला मोहल्ला निवासी धर्मदास बारी ने सोमवार को शहर में पर्चा बांट कर आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी। मंगलवार की दोपहर अचानक कलेक्ट्रेट के सामने पहुंचा और चूहा मार दवाई का सेवन कर जान देने की कोशिश की।
हालांकि पहले से कलेक्ट्रेट परिसर में धर्मदास बैरागी की निगरानी में बैठी पुलिस ने तत्काल मुंह से दवाई निकाली और जिला अस्पताल में ले जाकर भर्ती करा दिया। अब धर्म दास बैरागी की हालत सामान्य है।
कोतवाली टीआइ शुक्ला ने बताया कि धर्मदास बैरागी के आत्मदाह की सूचना पर्ची के माध्यम से मिली थी। इसके बाद उसे आज सुबह तक समझाया गया था कि वह आत्मदाह की कोशिश ना करे। साथ ही कलेक्ट्रेट में पुलिस की सुरक्षा लगाई गई थी, क्योंकि उसने कलेक्ट्रेट के सामने ही आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी। दोपहर लगभग 2 से 3 बजे के बीच वह अचानक कलेक्ट्रेट के सामने पहुंचा और एक दवाई की पुड़िया मुंह में डाल लिया। प्रारंभिक तौर पर संभावना है कि चूहा मार दवाई ही पुड़िया में रखे था जिसे उसने मुंह में डाला। इस घटनाक्रम के कुछ सेकंड में ही पुलिसकर्मी वहां पहुंच गए और उसे अस्पताल में ले जाकर भर्ती करा दिया जिससे उसकी हालत में सुधार है। टीआइ ने बताया कि धर्मदास अपनी निजी भूमि को लेकर परेशान है। उसका कहना है कि उसकी निजी भूमि को सरकारी बताकर बेदखली कराई जा रही है। इस बात का जिक्र उसने उस पर्चे में भी किया है जिसे सोमवार को शहर में बटवाया था। शहर के कई लोगों के नाम का भी उल्लेख है। टीआइ ने कहा कि भूमि संबंधी मामला हमारे क्षेत्र के बाहर का है। हमारा काम उसे सुरक्षित रखने का है, जिसके लिए हम प्रयासरत हैं और अब वह पूरी तरह सुरक्षित है।