शहर में स्थित अटल बिहारी वाजपेई मेडिकल कॉलेज के पूरे स्टाफ ने बुधवार को कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया। पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिलने से नाराज डॉक्टर, स्टाफ नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ ने कॉलेज परिसर में ही रैली निकालकर कॉलेज के डीन डॉ सुनील नंदेश्वर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
स्टाफ नर्सों का कहना है कि उन्हें पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिला। पिछले हफ्ते 12 तारीख को विदिशा दौरे पर आए चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को भी ज्ञापन देकर इस समस्या के बारे में बताया था। मंत्री सारंग ने 15 जनवरी तक सब को वेतन देने की बात कही थी। लेकिन अब तक किसी को भी वेतन नहीं मिला। आपको बता दें कि मेडिकल कॉलेज में अगस्त माह में ही पैरामेडिकल स्टाफ और नर्सों की भर्ती हुई है। उन्हें नवंबर, दिसंबर का वेतन अब तक नहीं मिला। इसी तरह मेडिकल कॉलेज के फैकल्टी, रेसिडेंशियल डॉक्टर को अक्टूबर से अब तक वेतन नहीं मिला। मेडिकल कॉलेज में करीब डेढ़ सौ डॉक्टर और 300 स्टाफ नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ है।
एक घंटे तक मरीज हुए परेशान
मेडिकल कॉलेज में नर्स और डॉक्टर ने सुबह 11 से दोपहर 12 बजे तक परिसर में ही खड़े होकर प्रदर्शन किया। इस बीच वार्डों में भर्ती और ओपीडी में इलाज कराने आए मरीजों को खासी परेशानी हुई। मरीजों को करीब एक घंटे तक डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा। मेडिकल कॉलेज के स्टाफ का कहना है कि यदि जल्द ही उन्हें वेतन नहीं मिला तो वह अपना काम बंद करके कॉलेज के बाहर ही बैठकर प्रदर्शन करेंगे।
इस मामले में डीन डॉ सुनील नंदेश्वर का कहना है कि उन्होंने वेतन की समस्या के बारे में शासन को अवगत कराया है। बजट की कमी के कारण वेतन मिलने में दिक्कत आ रही है। हमने उच्चाधिकारियों से भी बात की है। हमारे बिल तैयार हैं जैसे ही ग्लोबल बजट शो होगा हम वेतन के बिल लगा देंगे।