उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में सर्वाधिक छात्र संख्या वाली वाणिज्य अध्ययनशाला में आयोजित ओपन हाउस मीटिंग में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने अपने सुझाव दिए। इस दौरान एक नियमित छात्रा ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि, सर कब हमें कैंपस में बुलेट की भट्ट- भट्ट आवाज से मुक्ति मिलेगी। छात्रा द्वारा यह प्रश्न पूछते ही हॉल में जोरदार ठहाके लग गए।
वाणिज्य अध्ययनशाला में आज दो सत्रों में आयोजित ओपन हाउस मीटिंग में छात्रा अक्षिता चौहान ने अध्ययनशाला परिसर में कैफिटेरिया, छात्र-छात्राओं के गले में परिचय पत्र का होना अनिवार्य आवश्यकता के रूप में इंगित किया। वहीं छात्र युवराज, विनय, चिराग, काजल ने परिसर में कंप्यूटर लैब, गर्ल्स कॉमन रूम, पानी की समस्या का स्थायी हल सहित कैंपस को हरा-भरा करने व क्लासरूम को सुसज्जित करने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. एस. के. मिश्रा ने कहा कि, लड़कियां निर्भीक होकर दुष्ट लड़कों को सबक सिखाएं। विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तरह उनके साथ खड़ा है। कोऑर्डिनेटर डॉ. शैलेंद्र कुमार भारल ने विद्यार्थियों से अपने कक्षों के नामकरण के साथ ही उन्हें सुसज्जित करने का बीड़ा उठाने का आह्वान किया। इस अवसर पर फैकल्टी डॉ. आशीष मेहता, डॉ. नागेश पाराशर, डॉ. रुचिका खंडेलवाल, डॉ. नेहा माथुर, डॉ. नैना दुबे, डॉ. अनुभा गुप्ता, डॉ. कायनात तवर, डॉ. परिमिता सिंह एवं छात्र प्रतिनिधि रितिक मोड, आदर्श चौधरी, युवराज सिंह उपस्थित थे।