जीवाजी विश्वविद्यालय ने परीक्षा सत्र को पटरी पर लाने की तैयारी शुरू कर दी है। तय प्लान के मुताबिक फरवरी माह में सेमेस्टर परीक्षाएं कराई जाएंगी और मार्च में सभी रिजल्ट घोषित किए जाएंगे।
अगले सेमेस्टर की तैयारी के लिए तीन माह का समय मिलेगा। जून में दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा शुरू कर दी जाएंगी। कोविड संक्रमितों के भी पेपर गाइड लाइन के अनुसार करा दिए जाएंगे।
कोविड-19 के संक्रमण के चलते प्रवेश सत्र देर तक चला था, नवंबर तक प्रवेश हुए थे। इसके बाद कक्षाएं भी देर से शुरू हो सकीं थी। कक्षाओं के देर से शुरू होने से कोर्स पूरा नहीं हो सका है। वहीं रिजल्ट भी देर से घोषित हुए हैं। द्वितीय अवसर के रिजल्ट 6 माह देर से घोषित हुए। देर से घोषित हुए रिजल्टों की वजह से परीक्षाएं प्रभावित हो गईं। जिन कक्षाओं की सेमेस्टर परीक्षा करानी थी, उनकी रिजल्ट जनवरी में आए। रिजल्ट आने के बाद तत्काल परीक्षा का टाइम टेबल जारी कर दिया, जिससे विद्यार्थी तैयारी नहीं कर सके। फेल होने के डर से आंदोलन कर रहे हैं।
बिगड़ी व्यवस्था सुधारना जरूरीः
-जीवाजीव विश्वविद्यालय की परीक्षाएं दो माह लेट हो चुकी हैं। दिसंबर तक यह परीक्षाएं हो जाना थीं, दिसंबर में कोविड-19 का संक्रमण भी नहीं था, जिससे परीक्षा आसानी से हो जाती।
– स्नातक की परीक्षा भी मार्च से अप्रैल के बीच संभावित है। इन परीक्षाओं का रिजल्ट भी अप्रैल मई माह में घोषित किया जाएगा। स्नातक की सबसे बड़ी परीक्षाएं रहेंगी।
वर्जन-
सेमेस्टर परीक्षाओं को फरवरी में खत्म करेंगे। मार्च में रिजल्ट घोषित किया जाएगा, जिससे सत्र समय पर शुरू हो सके।
सुशील मंडेरिया, कुलसचिव जेयू