भारतीय जनता पार्टी ने पिछले 10 दिनों में 35 हजार बूथों का डिजिटल डाटा तैयार कर लिया है। बाकी बूथों के लिए बूथ विस्तारक कार्यक्रम को पांच फरवरी तक बढ़ाया गया है।
पार्टी नेता इसकी वजह शुरुआती दौर में तीन-चार दिनों तक विस्तारक बूथ में कार्यकर्ताओं का नहीं पहुंच पाना बता रहे हैं। पार्टी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा सहित विभिन्न् नेताओं को 65 हजार बूथों में विस्तारक भेजकर संपर्क अभियान चलाया हुआ है। इसमें बूथ अध्यक्ष, महामंत्री और अन्य महत्वपूर्ण कार्यकर्ताओं के डिजिटल जानकारी का डाटा तैयार किया जा रहा है। दरअसल, पार्टी जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को महत्व देने के साथ उन्हें सीधे शीर्ष स्तर से जोड़ने की कवायद कर रही है।
बूथ स्तर के पदाधिकारी व कार्यकर्ता सीधे मुख्यमंत्री से भी विशेष कोड के जरिये जुड़ सकेंगे। कार्यकर्ताओं को क्षेत्र के हर गणमान्य नागरिक को पार्टी की विचारधारा से अवगत कराकर उन्हें जोड़ने के निर्देश दिए जा रहे हैं। बैठकों में कार्यकर्ताओं को बताया जा रहा है कि उन्हें कैसे केंद्र व राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए उनके हितग्राहियों को भी पार्टी की तरफ रुझान बढ़ाने के लिए प्रेरित करना है। इसे पार्टी ने 2023 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए अहम माना है और लक्ष्य है कि किसी भी दशा में 51 प्रतिशत वोट शेयर प्राप्त किया जा सके।
कार्यकर्ताओं को डिजिटल लर्निंग भी मिल रही : पार्टी के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल का कहना है कि कम समय में तेज गति से बाधाओं के बावजूद भी भाजपा मध्य प्रदेश अपने बूथों का डिजिटलाइजेशन कर रही है। हम न केवल कार्यकर्ताओं के संगठन के प्रति समर्पण भाव से किए जा रहे कार्य से बूथ को सक्षम कर रहे हैं, बल्कि कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण और निर्माण भी हो रहा है। आगामी समय के अनुसार डिजिटल लर्निंग भी मिल रही है। यह अभियान किसी आइटी कंपनी द्वारा नहीं बल्कि विशुद्ध कार्यकर्ता चला रहे हैं।
विशेष कोड होगी पहचान, सीधे प्रधानमंत्री से कर सकेंगे संपर्क
पार्टी ने कुशाभाऊ ठाकरे जन्मशती वर्ष में संगठन पर्व के अंतर्गत बूथ विस्तारक योजना के तहत स्मार्ट बूथ पर जो काम शुरू किया है, उसके अनुसार अब बूथ स्तर के कार्यकर्ता को भी नई पहचान मिल सकेगी। पार्टी प्रदेश के 65 हजार बूथ के अध्यक्ष, महामंत्री और बूथ एजेंट को पार्टी संगठन में विशेष तवज्जो देने जा रही है। बूथ को डिजिटल बनाकर नेतृत्व करने वाले अध्यक्ष, महामंत्री और एजेंट सहित पन्नाा प्रमुखों को अलग से विशेष कोड यानी पहचान दी जाएगी। इसका एक फायदा ये भी होगा कि कोड के जरिये पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री भी सीधे संपर्क कर सकेंगे। बूथ के तीन पदाधिकारियों अध्यक्ष, महामंत्री, और बीएलए, जिन्हें संगठन में त्रिदेव की संज्ञा दी गई है, उन्हें संपदा स्मार्ट कार्ड दिया जाएगा। इस पर यूनिक नंबर के साथ पूरा परिचय होगा।