आओ संवारे बचपन….. 1860 में से 1234 आंगनबाड़ियों को लिया गोद

जिले में आंगनबाड़ी केंद्र अब संवर रहे हैं। प्रायवेट स्कूलों की तरह ही बच्चों को सुविधाएं देने की कवायद शुरू हो गई हैं। आओ संवारे बचपन के तहत जिले में आंगनबाड़ियों को गोद लिया जा रहा है।

कलेक्टर से लेकर अन्य अधिकारी, कंपनियां, जनप्रतिनिधि, संस्थाएं केंद्रों को गोद लेकर उन्हें संवारने में जुटी हैं। सभी अपने-अपने स्तर पर केंद्रों को विकसित कर रहे हैं। जिससे बच्चों को केंद्रों पर बेहतर सुविधाएं मिले।केंद्रों पर टेबलेट की भी सुविधा की भी प्लानिंग है। गांवों में भी कई ग्रामीण भी अपने स्तर पर केंद्रों को संवारने में आगे आए हैं। जिले में 1860 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। जिसमें अब तक 1234 आंगनबाड़ियों को गोद लिया गया है। कई कंपनियां इंफ्रास्ट्रक्चर जुटा रही तो कई बच्चों को संसाधन उपलब्ध करवा रही हैं।

कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केंद्र को लिया गोद

कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने भी आंगनबाड़ी को गोद लिया है। बीते दिनों कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने देवास शहर के आनंद नगर आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। जहां कलेक्टर शुक्ला ने आंगनबाड़ी केंद्र पर की जा रही गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने बच्चों को लोवर, टीशर्ट और प्रमाण-पत्र वितरित किए थे। कलेक्टर ने बच्चों से पूछा की आंगनबाड़ी केंद्र केंद्रों पर आप के लिए क्या-क्या गतिविधियां होती हैं। रुकैया कुरैशी बच्चों ने हमने आंगनबाड़ी की जरूरत के हिसाब से कलेक्टर को लिस्ट है। आंगनबाड़ी के हाई बनाया जा रहा है।

जिले में शून्य से लेकर 6 माह के 10156 बच्चे दर्ज हैं

जिले में 1860 आंगनबाड़ियों में 91 हजार 517 दर्ज हैं।जिसमें शून्य से लेकर 6 माह तक 10156 बच्चे दर्ज हैं। छह माह से लेकर 1 वर्ष के बच्चों की संख्या 9 हजार 952 है। इसके अलावा एक साल से दो साल के 18 हजार 268 केंद्रों में हैं। वहीं तीन से पांच के बच्चों की संख्या करीब 34 हजार 97 हैं।

  • जिले में आंनबाड़ियों की स्थिति

परियोजना कुल आंगनबाड़ी गोद लिए केंद्र

  • बागली (आदिवासी) 277 180
  • बागली 1 (घाट) 143 34
  • देवास नवीन 127 126
  • देवास दक्षिण 122 122
  • देवास ग्रामीण 275 185
  • कन्नाौद 303 161
  • खातेगांव 253 98
  • सोनकच्छ 192 185
  • टोंकखुर्द 168 143
  • कुल 1860 1234
  • जिले में आंनबाड़ियों में बच्चों की स्थिति

परियोजना शून्य से पांच वर्ष के बच्चे

  • बागली (आदिवासी) 13740
  • बागली 1 (घाट) 7426
  • देवास नवी 11067
  • देवास दक्षिण 6205
  • देवास ग्रामीण 14573
  • कन्नाौद 9778
  • खातेगांव 7620
  • सोनकच्छ 10849
  • टोंकखुर्द 10259
  • कुल 91517

जिले में आंगनबाड़ियों को अधिकारी, कर्मचारियों सहित संस्थाओं, कंपनियों ने गोद लिया है। गांवों में कुछ लोग आंगनबाड़ियों को संवारने में जुटे हैं। प्रायवेट स्कूलों की तरह ही केंद्रों को हाई टेक बनाया जा रहा है। कई केंद्र पर एलइडी लगाई गई है। टेबलेट की भी व्यवस्था की जा रही है। विभाग की कोशिश है कि बच्चों को बेहतर वातावरण के साथ बेहतर संसाधन उपलब्ध करवाएं। जिले में 1234 आंगनबाड़ियों को अब तक गोद लिया गया है।

– रेलम बघेल, जिला परियोजना अधिकारी, देवास

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