प्रदेश के साथ ही जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए पांच फरवरी से पंजीयन प्रारंभ हो जाएंगे। किसान पांच मार्च तक पंजीयन करा सकते हैं। इस बार किसानों को नई सुविधाएं दी गई है। किसान किस सेंटर पर अपनी उपज बेचना चाहते हैं, किस तारीख को उपज लेकर आएंगे, यह तय करने की सुविधा किसानों को दी गई है। रजिस्ट्रेशन के समय किसान इन दोनों विकल्पों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
शासन ने कियोस्क, लोक सेवा केन्द्र, कॉमन सर्विस सेंटर, निजी व्यक्तियों द्वारा संचालित सायबर कैफे पर रजिस्ट्रेशन की शुल्क भी तय कर दी है। पचास रुपए फीस इसके लिए तय की गई है। गौरतलब हो कि पिछले वर्ष का रजिस्ट्रेशन मान्य नहीं होगा, किसानों को नया रजिस्ट्रेशन कराना होगा। नए सिरे से पंजीयन प्रक्रिया होगी।
किसानों को पंजीयन कराते समय जमीन की बही, आधार कार्ड, बैंक एकाउंट की पासबुक, बैंक एकाउंट से आधार कार्ड लिंक होना चाहिए। किसान का पंजीयन उसी स्थिति में होगा, जब भू-अभिलेख में दर्ज खाते, खसरा, आधार कार्ड का मिलान हो, तभी किसान पंजीयन हो सकेगा। उपार्जन पंजीयन और फसल बेचने के लिए उपार्जन केन्द्र, तिथि और टाइम स्लॉट चयन करने की समयावधि भी जारी की गई है।
पंजीयन कार्य पांच फरवरी से पांच मार्च तक उपार्जन केन्द्रों पर प्रात: सात बजे से रात्रि नौ बजे तक, ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, तहसील कार्यालय में स्थापित सुविधा केंद्रों पर कार्य दिवसों, कार्यालयीन समय पर किया जा सकेगा। फसल बेचने हेतु उपार्जन केन्द्र तिथि और समय स्लॉट का चयन हेतु अवधि सात मार्च से बीस मार्च तक नियत की गई है।