तीन दिन पहले माणकचौक थाना के करमदी रोड पर सराफा व्यापारी से नौ लाख रुपये की लूट करने के सनसनीखेज मामले का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। उक्त वारदात लूट की न होकर डकैती की निकली।
वारदात की साजिश व्यापारी के घर के सामने रहने वाले एक युवक ने अन्य साथियों के साथ रची थी। पुलिस ने गिरोह के ग्यारह सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से सात लाख 68 हजार रुपये, वारदात में प्रयुक्त दो पिस्टल, दो कार, एक बाइक व छह लाठियां बरामद की है। एक आरोपित फरार है, उसकी तलाश जारी है।
एसपी अभिषेक तिवारी ने शुक्रवार को पत्रकारवार्ता में बताया कि सराफा व्यापारी प्रियेश वर्मा निवासी बालाजी नगर 31 जनवरी को चालक गजेंद्रिसंह सोलंकी के साथ जेवर देने धार गए थे। वहां से अन्य व्यापारी से रुपये लेकर कार से वापस घर लौट रहे थे। तभी रात 11.15 बजे दो कार व एक बाइक पर सवार बदमाशों ने करमदी रोड पर जैन मंदिर के पास घेराबंदी कर व्यापारी की कार के कांच तोड़ दिए थे व पिस्टल दिखाकर रुपयों का बैग लूटकर भाग गए थे।
बैग में करीब नौ लाख रुपये, सोने के दो कंगन, पर्स, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज थे। लुटेरों को पकड़ने के लिए एएसपी (शहर) इंद्रजीत बाकरवाल के मार्गदर्शन व सीएसपी हेमंत चौहान के निर्देशन में 24 सदस्यीय एसआइटी गठित की थी। एसआइटी में शामिल माणकचौक थाना प्रभारी अनुराग यादव व औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी ओपी सिंह की टीम ने ओसपास के सीसीटीवी कैमरे चेक कर फुटेज लिए।
एक कैमरे में लुटेरों की कार व बाइक कैद हुई। पच्चीस से अधिक संदिग्धों से पूछताछ कर रतलाम के अलावा झाबुआ, उज्जैन, इंदौर आदि जगह लुटेरों की तलाश की तो पता चला कि वारदात में आरोपित 22 वर्षीय अजय उर्फ अज्जू पुत्र राजेश जाट निवासी ग्राम मुंदडी (बिलपांक) व उसके साथी शामिल है।
अजय को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने आरोपित 20 वर्षीय यशवंत उर्फ युग पुत्र राकेश शर्मा निवासी बालाजी नगर, 22 वर्षीय कार्तिक उर्फ शेलु पुत्ररामप्रसाद पाटीदार निवासी करमदी रोड, 22 वर्षीय सुनिल उर्फ श्याम पुत्र भागीरथ मचार व 21 वर्षीय तरुण पुत्र कमल पडियार दोनों निवासी होमगार्ड कालोनी, 22 वर्षीय मोहित पुत्र राजेश राठौर निवासी मालीकुआ, 21 वर्षीय विशाल पुत्र कन्हैयालाल धाकड व 22 वर्षीय नारायण उर्फ डेविड पुत्र रमेश धाकड दोनों निवासी ग्राम बांगरोद (नामली), 22 वर्षीय कुलदीप पुत्र दिनेश जाट निवासी ग्राम धमोत्तर चौकी बांगरोद (नामली), 30 वर्षीय भावेश पुत्र ललित द्विवेदी निवासी बिचलावास, 20 वर्षीय कान्हा उर्फ जितेन्द्र पुत्र भंवरलाल जाट निवासी ग्राम मुंदडी व 20 वर्षीय पंकज पुत्र भगत जाट निवासी ग्राम ढिकवा हालमुकाम तक्षशिला कालोनी के साथ वारदात करना बताया।
इसके बाद कान्हा को छोड़कर शेष आरोपितों को भी गिरफ्तार किया गया। कान्हा की तलाश जारी है। पहले लूट का प्रकरण दर्ज किया था। प्रकरण में आए नए तथ्यो के आधार पर मामला डकैती व साजिश का होने से भादंवि की धारा 395,397,120-बी व आर्म्स एक्ट की धारा 25,27 बढ़ाई गई है।
रिेश्तेदारों की कार लेकर की वारदात
पूछताछ में अजय ने बताया कि व्यापारी प्रियेश के घर के सामने रहने वाले दोस्त यशवंत ने बताया था कि प्रियेश सोने-चांदी का व्यापार करता है। वह आर्डर पर जेवर बनाकर अपनी कार से बाहर जाकर जेवर डिलेवरी कर काफी रुपये लेकर शाम को घर लौटता है। रैकी कर हथियार से डराकर रुपये लूट सकते है। इसके बाद साजिश में अन्य आरोपित भी शामिल हुए।
वारदात के लिए कार्तिक, कान्हा उर्फ जितेंद्र व वह (अजय) एक-एक पिस्टल लेकर आए। कुलदीप ने दो कारों (एमपी04/केजी-3447) व (एमपी-45/सी2901) की व्यवस्था की। वहीं एक आरोपित बाइक एमपी (43/ईएच-7909) लेकर आया। वाहन आरोपित अपने रिश्तेदारों से शादी या अन्य काम के लिए बाहर जाने का कहकर लाए थे। घटना वाली रात दस बजे आरोपित ग्राम करमदी में मिले।
पांच आरोपित एक कार में करमदी चौराहे के पास छिपे। कार्तिक की बाइक पर भावेश व तरुण को सालाखेड़ी की तरफ नजर रखने भेजा। वहीं पांच अन्य आरोपित दूसरी कार में जैन मंदिर के समीप इमली के पेड़ के नीचे खड़े होकर फोन पर इशारा मिलने का इंतजार करने लगे। बाइक सावर एक आरोपित ने कार वालों को व्यापारी के करमदी रोड की तरफ जाने की सूचना दी। इसपर आरोपित व्यापारी के पीछे लगे व उसकी कार रोककर वारदात की। वारदात कर वे करमदी होकर रानीसिंह की तरफ भाग निकले। एक स्थान पर रुपयों का बंटवारा कर अलग-अलग स्थानों पर चले गए।