भोपाल (राज्य ब्यूरो)! प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है। पंजीयन कार्यालयों में 34 लाख पंजीकृत बेरोजगार दर्ज हैं। केंद्र सरकार के पोर्टल पर एक करोड़ 34 लाख असंगठित कामगारों ने पंजीयन कराया है। सरकार प्रतिमाह एक लाख व्यक्तियों को रोजगार दिलाने का भ्रम फैला रही है। यदि यह हकीकत है तो सरकार अब तक दिए गए रोजगार को लेकर श्वेत पत्र जारी करे। यह मांग प्रदेश कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की है।
मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में महामंत्री (मीडिया) केके मिश्रा ने कहा कि सरकार अब 25 फरवरी को रोजगार दिवस मनाने जा रही है। इसमें एक लाख रोजगार दिए जाने के दावे किए जा रहे हैं। इसी तरह पिछले बार पांच लाख से अधिक व्यक्तियों को रोजगार दिलाने की बात कही गई। इसके बाद भी प्रदेश में लाखों की संख्या में बेरोजगार रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत हैं। असंगठित क्षेत्र में कामगारों को काम नहीं मिल रहा है। युवा रोजगार नहीं होने की वजह से आत्महत्या करने जैसे कदम उठा रहे हैं। एक लाख से ज्यादा पद विभिन्न् विभागों में रिक्त हैं। स्थिति यह है कि भृत्य, ड्रायवर और स्वीपर जैसे पदों के लिए हजारों की संख्या में पढ़े-लिखे युवा आवेदन कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने सरकार द्वारा रोजगार दिलाने के दावे की हवा यह कहकर निकाल दी कि छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह आदि जगहों से 10 से 12 लाख नौजवान पलायन करके मजदूरी करने के लिए दिल्ली चले गए हैं।