महामहोत्सव की तैयारियों की सीएम ने ली जानकारी :- समाजसेवियों ने कहा- हर साल महामहोत्सव हो, इसके लिए बजट प्रावधान करें, सीएम ने कहा- यह सब होगा

महाशिवरात्रि पर 1 मार्च को होने वाले महामहोत्सव व दीपोत्सव के जैसा आयोजन हर साल हो, इसके लिए सरकार बजट की स्थायी व्यवस्था करे। यह बात गुरुवार को त्रिवेणी संग्रहालय में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से समाजसेवियों ने कही। चौहान महाशिवरात्रि महामहोत्सव की तैयारियों की जानकारी लेने आए थे। प्रशासन ने प्रजेंटेशन के माध्यम से तैयारियों की जानकारी दी।

प्रजेंटेशन समाप्त होने के बाद आयोजन की कोर कमेटी सदस्य सुरेंद्र चतुर्वेदी, जगदीश पांचाल ने सीएम से कहा कि महाशिवरात्रि उज्जैन का सबसे बड़ा पर्व है। इसे महामहोत्सव के रूप में मनाने की शुरुआत हो रही है लेकिन हर साल ऐसा ही आयोजन हो, इसके लिए सरकार स्थायी बजट दें। जिस तरह विक्रमोत्सव और अन्य आयोजनों के लिए सरकार बजट देती है, उसी तरह महाशिवरात्रि महामहोत्सव के लिए भी प्रावधान किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाशिवरात्रि पर महाकाल की नगरी की अद्भुत छटा होगी। उन्होंने इस आयोजन में समाजजनों को भागAीदारी के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि आप सबके नेतृत्व में ऐसा ही होगा। बैठक में कोर कमेटी सदस्य तीर्थ पुरोहित गौरव उपाध्याय, यश जोशी, दिनेश श्रीवास्तव, महामंडलेश्वर आचार्य शेखर, महंत डॉ. रामेश्वर दास, संत उमेशनाथ महाराज, सुरेंद्रसिंह अरोरा, गिरीश जायसवाल आदि मौजूद थे।

बैठक के दौरान सीएम चौहान का अभिनंदन किया

महाशिवरात्रि पर होने वाले दीपोत्सव की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने समीक्षा बैठक की। इस अवसर पर श्री रामघाट तीर्थपुरोहित सभा के गौरव उपाध्याय, यश जोशी ने उत्तरीय ओढ़ा कर अभिनंदन किया।

मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित करने का संकल्प पत्र भरा

शहर में नागरिकों से महाशिवरात्रि महामहोत्सव में भागीदारी के लिए संकल्प पत्र भरवाने की शुरुआत सीएम से की गई। मुख्यमंत्री ने संकल्प पत्र भर दिया। प्रजेंटेशन के दौरान जब बताया कि सभी से संकल्प पत्र भरवाए जा रहे हैं, सीएम ने कहा- मुझसे भी भरवाना…और मैं आऊंगा भी। स्मार्ट सिटी सीईओ आशीष पाठक के अनुसार अब शहर में नागरिकों से संकल्प पत्र भरवाने की शुरुआत हो गई है।

संकल्प पत्र में व्यक्ति या संस्था का नाम, दीप प्रज्ज्वलित करने का स्थान, दीपकों की संख्या, एड्रेस और मोबाइल नंबर भरना है। निगमायुक्त अंशुल गुप्ता ने बताया नगर में महाशिवरात्रि महामहोत्सव के लिए शहर की सजावट के लिए ध्वज-पताकाएं लगाने, रंगोली बनाने के लिए भी तैयारी की जा रही है।

नाव से करेंगे दीपोत्सव का अवलोकन

महाशिवरात्रि पर शिप्रा तट पर होने वाले दीपोत्सव का मुख्यमंत्री नाव में बैठकर अवलोकन करेंगे। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए बड़े पुल धोबी घाट से भूखी माता घाट तक शिप्रा किनारे 12 लाख दीपक प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। अयोध्या में 3 नवंबर 2021 को 9.41 लाख दीयों का विश्व रिकॉर्ड बना था। जगदीश अग्रवाल ने सीएम से कहा कि आप नाव से शिप्रा तट पर होने वाले दीपोत्सव का अवलोकन करें। इधर प्रशासन सीएम को नाव से दीपोत्सव दिखाने की तैयारी कर रहा है।

उज्जैन पर्यटन के विश्व मानचित्र पर आएगा

  • सीएम को दिए गए प्रजेंटेशन में कहा गया कि महाशिवरात्रि महामहोत्सव का उद्देश्य उज्जैन को पर्यटन के विश्व मानचित्र पर स्थापित करना है।
  • इससे शहर में पर्यटन बढ़ेगा, जिसका फायदा व्यवसाय, रोजगार अवसरों में बढ़ोतरी तथा अर्थव्यवस्था के विकास में मिलेगा।
  • दीपोत्सव में धोबी घाट, सुनहरी घाट, दत्त अखाड़ा घाट, रामघाट, नृसिंहघाट, भूखी माता घाट पर 13 लाख दीप जलाए जाएंगे।
  • दीप जलाने के लिए 13 हजार स्वयंसेवक व 200 प्रभारी भागीदारी करेंगे।
  • एक स्वयंसेवक 100 दीए जलाएगा।
  • शहर में महाकाल, मंगलनाथ, कालभैरव, गढ़कालिका, सिद्धवट, हरसिद्धि, चिंतामण, टावर चौराहा पर 5 लाख दीपक जलेंगे।
  • दवा बाजार, वीडी क्लॉथ मार्केट, शहीद पार्क, फव्वारा चौक, सराफा, पटनी बाजार, चिमनगंज मंडी, सब्जी मंडी, नानाखेड़ा में दीपमालिका व साज-सज्जा होगी।
  • घर व प्रतिष्ठानों पर 5-5 दीपक लगाए जाने का आह्वान है।
  • प्रतिष्ठानों और भवनों पर विद्युत रोशनी होगी।
  • जीरो वेस्ट का प्रयोग होगा।
  • सभी दीपक एकत्र कर मटके और कुल्हड़ बनाने में उपयोग होगा।
  • जला हुआ तेल मवेशियों के आहार में उपयोग होगा।
  • बाती की रूई बिस्तर बनाने में उपयोग होगी।
  • तेल की खाली बोतलों का उपयोग उद्यानों में कुर्सियां, बैंचेस, गमले बनाने में होगा।

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