समीपस्थ ग्राम बंजली में प्रशासन द्वारा सरकारी जमीन पर बने तीन सौ से अधिक मकानों को तोड़ने के संबंध में नोटिस जारी किए गए हैं। नोटिस मिलने के बाद गांव के लोगों में आक्रोश है।
आक्रोशित ग्रामीणों ने इसके विरोध में शुक्रवार सुबह 11 बजे बांसवाड़ा हाईवे पर बंजली फंटे पर चक्काजाम कर उन्हें बेदखल करने का विरोध किया। ग्रामीणों का कहना है कि वे 25 से 30 वर्षों से यहां रह रहे हैं। सरकार से कई बार पट्टों की मांग की गई है लेकिन सरकार पट्टे भी नहीं दे रही है। अब हमारे मकान तोड़ने के आदेश दिए गए हम कहां पर जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा सरकारी जमीन को मुक्त कराने का अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत अब तक कई जमीन को अतिक्रमण व कब्जे हटाकर मुक्त कराया गया है। इसके लिए कई जगह कार्रवाई भी की गई थी। अब बंजली व बरबड़ में बने अनेक मकानों के स्वामियों को जिला प्रशासन द्वारा नोटिस देकर अतिक्रमण करने संबंधी जवाब मांगा गया है। साथ ही नोटिस में उन्हें बेदखल करने की चेतावनी भी दी गई है। मकान तोड़ने संबंधी नोटिस मिलने के बाद ग्रामीणों में रोष है। इसके विरोध में उन्होंने चक्का जाम कर जमकर नारेबाजी की। चक्का जाम के चलते हाईवे पर करीब सवा घंटे तक यातायात जाम रहा। पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बड़ी मुश्किल से ग्रामीणों को समझाइश देकर दोपहर करीब 12.15 बजे चक्काजाम समाप्त कराया। अब ग्रामीण इस संबंध में कलेक्टर से मुलाकात करेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि वे कई वर्षों से यहां रह रहे हैं। उनकी रोजी-रोटी यहीं है। सरकार पट्टे भी नहीं दे रही है। अब उनके मकान तोड़ने के लिए कहा गया है। ऐसे में वे परिवार लेकर कहां जाएंगे। उन्हें पट्टे नहीं दिए गए व उनके मकान तोड़े गए तो उग्र आंदोलन करेंगे।