प्रदेश के सभी गांवों में गौरव दिवस का आयोजन किया जाये, गांव आगे बढ़ेंगे तो प्रदेश आगे बढ़ेगा -मुख्यमंत्री


उज्जैन । प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरूवार को प्रदेश के सभी गांवों में ग्राम गौरव दिवस के आयोजन किये जाने के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब यह विचार करें कि अपने गांव को आगे बढ़ाने के लिये सरकार के साथ हम क्या-क्या कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपसी सहयोग से हम बड़े से बड़ा काम कर सकते हैं। उन्होंने हाल ही में उज्जैन में आयोजित महाशिवरात्रि पर्व पर दीपोत्सव की मिसाल देते हुए कहा कि उज्जैन के नागरिकों द्वारा दीपोत्सव में बढ़-चढ़कर सहयोग किया गया। प्रमुख घाटों और चौराहों के अलावा प्रत्येक घर में पांच-पांच दीये जलाये गये। उज्जैन की अदभुत छटा थी। दीपोत्सव के अन्तर्गत विश्व रिकार्ड बनाया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार यदि गांव में रहने वाला प्रत्येक व्यक्ति ठान ले तो वह सरकार के साथ मिलकर गांव के विकास के लिये अलग-अलग काम कर सकते हैं। प्रदेश के सभी गांवों में ग्राम गौरव दिवस मनायें। ग्रामीणजन ग्राम सभा आयोजित कर तय करें कि उन्हें गौरव दिवस कब मनाना है। इसके लिये कोई भी विशेष तारीख निर्धारित की जा सकती है, जिस दिन किसी महापुरूष की जयन्ती हो, कोई पर्व हो आदि।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम पंचायतों में आगामी 14 से 15 अप्रैल तक ग्राम सभा आयोजित कर ग्राम गौरव दिवस के आयोजन की सूचना उपलब्ध करायें। जिस दिन गौरव दिवस का आयोजन किया जाये, उस दिन गांव में जितने भी लोग जो किसी कारणवश बाहर चले गये हैं, उन्हें आमंत्रित किया जाये। गांव के विकास हेतु रूपरेखा बनायें। छोटे-छोटे टुकड़ों में विचार करें कि गांव का विकास कैसे करना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में इस बात का प्रयास किया जाये कि हमारा गांव सबसे स्वच्छ गांव बने। स्वच्छता परीक्षण में अपने गांव को पहले स्थान पर लाने का प्रयास करें। सभी ग्रामीणजन मिलकर तय करें कि वे कम से कम एक पेड़ अवश्य लगायें। पेड़ लगाना धरती मां का कर्ज उतारना है। पेड़ लगाने का कार्य जन्म दिवस अथवा शादी की सालगिरह पर किया जा सकता है। गांव की आंगनवाड़ी केन्द्र का ध्यान रखें। हमें कुपोषण को दूर करना है। गांव में स्थित स्कूल अच्छे-से चले। गांव में किसी भी घर में बेटी का जन्म हो अथवा शादी हो तो पूरा गांव मिलकर मनाये। यदि गांव में कोई मेधावी बच्चा हो तो उसे आगे बढ़ाने के लिये सभी ग्रामवासी अपना सहयोग प्रदान करें। राशन की दुकान अच्छे-से संचालित हो। गांव में स्थित खेल मैदान, सामुदायिक भवन, हाट बाजार का रखरखाव करें।

गांव में स्व-सहायता समूह को आर्थिक रूप से कैसे मजबूती प्रदान की जाये, इसके तहत योजना बनायें। किसानों का एफपीओ बनाया जाये। गांव की आमदनी बढ़े, गांव में रोजगार बढ़े, इसके लिये सब मिलकर प्रयास करें। ग्राम गौरव दिवस वर्ष में एक बार अच्छे-से आयोजित किया जाये। साथ ही होली, दीवाली, ईद और अन्य प्रमुख त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाये जायें, ताकि जीवन में आत्मीयता बढ़े। गांव की अपनी एक विशेष पहचान प्रदेश और देश में बने। गांव में स्थित गली-मोहल्ले का नाम किसी महापुरूष के नाम पर रखा जाये।

सभी ग्राम पंचायतें ग्राम सभा आयोजित कर गौरव दिवस के आयोजन की रूपरेखा तैयार करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौरव दिवस के आयोजन की ऑनलाइन मॉनीटरिंग पंचायत के पोर्टल के माध्यम से की जायेगी। गांव आगे बढ़ेंगे, तभी हमारा प्रदेश आगे बढ़ेगा।

इस दौरान उज्जैन एनआईसी कक्ष में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री मदनलाल चौहान, सीईओ जिला पंचायत सुश्री अंकिता धाकरे मौजूद थे।

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