उज्जैन। सहकारिता मन्त्रालय भारत शासन की भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ की सहकारी शिक्षा क्षेत्रीय परियोजना उज्जैन द्वारा स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्यों को आजीविका विकास के लिए एक दिवसीय भ्रमण करवाया गया, जिसमें स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को सर्वप्रथम धार जिले के ग्राम तिरला में आजीविका मिशन केंद्र का भ्रमण करवाया गया, क्योंकि वहां पर बहुतायत में सुरजना पेड़ है जिसका उपयोग पूर्ण रूप से नहीं हो पाता था। स्वयं सहायता समूह के सदस्यों ने सुरजना फली का पाउडर बनाने में प्रयोग किया। उस पाउडर के क्या लाभ हैं, उसके बारे में आजीविका मिशन के प्रभारी राकेश सिंह तोमर ने विस्तृत जानकारी देते हुए पाउडर के उपयोग एवं लाभ के बारे में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने कहा कि आप सभी ग्रामीण क्षेत्र से हैं। आप भी अपने यहां खाली पड़ी भूमि पर सुरजना के पौधे लगाएं, जिसे से पर्यावरण शुद्ध होगा एवं आपको आर्थिक लाभ भी मिलेगा।
कुक्षी ब्लॉक के ग्राम सस्तीपुर में मसाला इकाई का भ्रमण करवाया गया, वहां की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने मिर्च, हल्दी एवं धनिया पाउडर बनाने की इकाई का अवलोकन करवाया गया। वहां की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने मिर्ची, धनिया तथा हल्दी पाउडर बनाकर आस-पास के गांव में विक्रय कर अतिरिक्त आय अर्जित की एवं उसके बाद मनावर ब्लॉक में आजीविका मिशन द्वारा सेनेटरी नैपकिन निर्माण इकाई का अवलोकन किया तथा वहां के निदेशक ने इकाई की विस्तृत जानकारी दी साथ ही सेनेटरी नैपकिन के विक्रय एवं निर्माण संबंधी जानकारी भी दी साथ ही कहा आप अपने क्षेत्र में उपरोक्त सभी कार्य कर सकती हैं। जिन क्षेत्रों का भ्रमण कर आई हैं वहा चल रहे कार्य करेंगी तो आपका आना सार्थक होगा। यह बात स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्यों को वहां के निदेशक ने कही। उक्त भ्रमण कार्यक्रम में प्रभारी परियोजना अधिकारी चंद्रशेखर बैरागी एवं सहकारी शिक्षा प्रेरक प्रेम सिंह झाला कृपा वेलफेयर सोसाइटी के निदेशक सुनील फादर एवं गोपाल गुप्ता विशेष रूप से थे।