उज्जैन। विद्यालय वह स्थान है, जहां विद्यार्थी जीवन के अपने लक्ष्य को निर्धारित करता है, जिससे विद्यार्थी उच्च शिक्षा के साथ-साथ अपने भावी भविष्य का निर्माण भी कर सके।
यह विचार पूर्व राज्य सूचना आयुक्त एवं रिटायर्ड आइएस डॉ. हीरालाल त्रिवेदी ने शैल पब्लिक स्कूल इंगोरिया के कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों के विदाई समारोह में व्यक्त किया। श्री त्रिवेदी ने कहा कि विद्यालय में विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ, अनुशासन एवं संस्कार भी सीखता है, जिस आधार पर आगे चलकर समाज में उसका स्थान तय होता है। कार्यक्रम में विशेष बीएम कॉलेज ग्रुप इंदौर के सचिव राकेश शर्मा ने कहा कि विद्यार्थी ने शिक्षकों के ज्ञान एवं अनुभव से जो शिक्षा ग्रहण की है, उसे जीवन में आत्मसात करें। कार्यक्रम में बीएम कॉलेज इंदौर की डायरेक्टर डॉ. रीना शर्मा ने छात्राओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के साथ ही भारतीय संस्कारों एवं परंपराओं आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया। विदाई समारोह में कक्षा 12वीं में श्रेष्ठ विद्यार्थियों किशन मूलचंदानी, वंदना परिहार, विवेक राठौर आदि को सम्मानित कर पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर कक्षा 10वीं एवं 11वीं के विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। अतिथियों का स्वागत निदेशक त्रिवेदी एवं संस्था प्राचार्य द्वारा किया गया। संचालन कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा प्रियांशी ठक्कर एवं श्वेता सोलंकी ने किया। आभार वरिष्ठ शिक्षिका फरहा रोशी ने माना। इस अवसर पर विद्यालय के विद्यार्थी एवं अभिभावक गण उपस्थित रहे।