उज्जैन में ट्रिपल मर्डर केस का पर्दाफाश – पैसों के लेनदेन के कारण मां बेटे व पोते का किया मर्डर

उज्जैन ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीन हत्याओं की वजह ब्याज बना। SSP सत्येंद्र शुक्ल ने बताया कि आरोपियों में एक ऑटो पर दाल-चावल बेचता है, दूसरा सब्जी का ठेला लगाता है। दोनों ने बाप-बेटे से ब्याज पर पैसे ले रखे थे। बार-बार वसूली से परेशान आकर दोनों ने हत्या की साजिश रची थी।

सोमवार रात राजेश नागर (45) और उसके बेटे पार्थ (21) की लाश इंगोरिया के पास सूखे नाले में कांटों के बीच मिली थी। इसके दूसरे ही दिन मंगलवार को हरिनगर स्थित मकान में पलंग पेटी से राजेश की मां सरोज नागर (74) की लाश मिली थी। हाथ-पैर बंधे हुए थे।

ब्याज पर रुपए चलाते थे बाप-बेटे

राजेश और उसका बेटा पार्थ दोनों ब्याज पर रुपए चलाते थे। कई ठेले और सब्जीवालों को डेली कलेक्शन के नाम पर ब्याज में मोटी रकम दे रखी थी। उज्जैन के रहने वाले जयराम कुशवाह के 20 हजार और सागर के दिनेश जैन के 2 लाख 75 हजार रुपए की देनदारी बची हुई थी। बाप-बेटे दोनों पर रुपए वापस करने के लिए दबाव बना रहे थे।

साजिश रची, फिर ऐसे की वारदात

जयराम और दिनेश ने राजेश और उसके बेटे को ठिकाने लगाने की साजिश रची। प्लान के मुताबिक उन्होंने बाप-बेटे से कहा कि बड़नगर में एक व्यक्ति से रुपए लेना है। आप लोग साथ चलो, वहां पूरे पैसे लौटा देंगे। 8 अप्रैल की शाम 4 बजे बाप-बेटे और देानों आरोपी ऑटो से बड़नगर रोड की ओर चल दिए। रास्ते में आरोपियों ने बाप-बेटे की आंख में मिर्च डाल दी। धारदार हथियार से हत्या कर शवों को फेंक आए।

बाप-बेटे की हत्या के बाद उनके घर पहुंचे

आरोपी हत्या के बाद राजेश के घर पहुंचे। राजेश की मां ने पूछा तो बोले- राजेश और पर्थ पीछे हैं, आ रहे हैं। सरोज के दरवाजा खोलते ही आरोपी घर में घुस गए। SSP ने बताया कि आरोपियों ने राजेश को चेक दिए थे, इन्हीं ढूंढने वे उसके घर पहुंचे थे। उन्होंने राजेश की बुजुर्ग मां सरोज का साड़ी से गला घोंटा और लाश पलंग पेटी में डाल दी। उन्होंने पूरे घर में खोजा, लेकिन चेक नहीं मिले। दोनों खाली हाथ लौट गए।

100 CCTV कैमरे और काल रिकॉर्ड से धराए

पुलिस ने उज्जैन से इंगोरिया तक 100 CCTV कैमरे के फुटेज देखे। राजेश के मोबाइल की CDR भी चेक की। इसी बीच जब टीम सब्जी के ठेले वालों से पूछताछ के लिए गई तो पता चला कि रुपए का लेनदेन सब्जी व्यापारी दिनेश का भी था और वो तीन-चार दिन से आ भी नहीं रहा है। बस यहीं से पुलिस को शक हुआ और जयराम कुशवाह को उज्जैन से पकड़ा तो उसने सब राज खोल दिए और दिनेश जैन का पता भी बता दिया। उसे पुलिस सागर से गिरफ्तार कर लाई।

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