उज्जैन । मप्र जनअभियान परिषद, यूनिसेफ, अंडर करंट मीडिया रिसर्च सेंटर द्वारा बुधवार 13 अप्रैल को सिंहस्थ मेला कार्यालय सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई। बैठक श्री अरविंद जैन एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज की अध्यक्षता तथा विशिष्ट अतिथि कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय डॉ.अखिलेश कुमार पांडे, एसबीसी यूनिसेफ स्टेट ऑफिसर श्रीमती मोनिका मौर्य, श्री राजेंद्र शर्मा की उपस्थिति में आयोजित की गई।
गत 15 जनवरी को आयोजित बैठक में लिए गए निर्णय पर कार्यवाही की समीक्षा श्री विभाष उपाध्याय उपाध्यक्ष जनअभियान परिषद द्वारा की गई। उपस्थित अतिथियों, विभागीय अधिकारियों तथा स्वैच्छिक संगठनों द्वारा चर्चा कर आगामी कार्रवाई हेतु निर्णय लिए गए। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि उज्जैन में प्रमुख मंदिरों के आसपास मासूम बच्चे भिक्षावृत्ति कर रहे हैं। इससे शहर में आने वाले श्रद्धालुओं को मानसिक रूप से परेशान होते हुए देखा जाता है व शहर की छवि पर भी प्रभाव पड़ता है। इसलिए ऐसे बच्चों को भिक्षावृत्ति से दूर कर उन्हें रेस्क्यू किया जाए। साथ ही कोरोनाकाल के बाद बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर पायलट प्रोजेक्ट पर भी विस्तार से चर्चा हुई। इसे उज्जैन से शुरू करने पर सहमति बनी। अगर यहां यह प्रोजेक्ट सफल होता है तो यूनिसेफ द्वारा पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। जो बच्चे कोरोना टीकाकरण से वंचित रह गए, उन्हें तलाश कर टीका लगवाने हेतु प्रेरित करने पर सभी ने सहमति दी।
बैठक में महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री साबिर अहमद सिद्दीक, नगर निगम उपायुक्त श्रीमती प्रीति चौहान, जनअभियान परिषद संभाग समन्वयक श्री शिवप्रसाद मालवीय, जिला समन्वयक श्री सचिन शिंपी, विधिक सेवा प्राधिकरण से श्री चंद्रेश मंडलोई, श्री ऋतेश श्रोत्रिय, स्वैच्छिक संगठन प्रतिनिधि, चाइल्ड लाइन, जेजेबी, जेसीसी के सदस्य उपस्थित रहे।