नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने भिंड जिले के दौरे के वक्त स्वयं की सुरक्षा में लापरवाही करने को लेकर नाराजगी जताई है। सीएम शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र में नेता प्रतिपक्ष ने दौरे के वक्त कंडम पायलेट वाहन में बिना शस्त्र के पुलिस कर्मी को भेजने पर भिंड जिला प्रशासन और पुलिस पर सुरक्षा में लापरवाह बताया है। डॉ.गोविन्द सिंह ने पहले हुई विधायक माखन लाल जाटव की हत्या और अपने भाई अनिरूद्ध सिंह पर हुए हमले का जिक्र करते हुए खुद की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है।
गृह जिले में असुरक्षित हैं नेता प्रतिपक्ष
में पिछले कई सालों से भिण्ड जिले में राजनीति में सक्रिय होने से जिले में राजनैतिक विद्वेष की भावना पनपती रही है। राजनैतिक विद्वेष के चलते साल 2008 में गोहद विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित तत्कालीन विधायक स्व. माखनलाल जाटव की निर्वाचित होने के लगभग 03 महीने बाद ही लोकसभा चुनाव के दौरान हत्या कर दी गई थी। साल 2013 के विधानसभा चुनाव के समय मेरे लहार स्थित निवास पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा गोलीवारी की गई, जिसकी रिपोर्ट लहार थाने में दर्ज है। इसी प्रकार साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रसालसिंह के बेटे और रिश्तेदारों ने ग्राम रूरई में मेरे छोटे भाई के पुत्र अनिरुद्ध सिंह पर गोलीवारी कर हमला किया गया, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए। इस घटना की रिपोर्ट आलमपुर थाने में दर्ज कराई गई थी।वर्तमान में स्थिति शांतिपूर्ण नहीं है । दिनांक 10.05.2022 को मैं गोहद क्षेत्र के ग्राम कचनपुर में भागवत कथा का कार्यक्रम था। जहां मैं स्वयं उपस्थित था, वहां पूर्व विधायक माखनलाल जाटव के हत्यारे भी मौजूद थे जो मुझसे भी व्यक्तिगत रंजिश रखते हैं। भिण्ड जिले में दौरे के समय मुझे जो पायलट वाहन उपलब्ध कराया गया वह कंडम हालत में था। ड्रायवर के साथ एक आरक्षक बिना शस्त्र के बैठा था। इससे ऐसा लगता है कि भिण्ड जिले की पुलिस व प्रशासन सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है।