सोमवती अमावस्या पर सोमवार को मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट तथा सोमतीर्थ स्थित सोमकुंड में आस्था का स्नान होगा। प्रशासन ने सोमकुंड की सफाई के साथ श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल आदि के इंतजाम किए हैं। शहर के शनि मंदिरों में भगवान शनि देव की जयंती होने से पूजन अभिषेक होगा। महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए वट वृक्ष की परिक्रमा करेंगी।
ज्येष्ठ मास की अमावस्या सोमवार के दिन कृतिका उपरांत रोहिणी नक्षत्र, सुकर्मा योग, नाग करण तथा वृषभ राशि के चंद्रमा की साक्षी में आ रही है। अमावस्या तिथि सोमवार व शनिवार के दिन आती है, तो इसका महत्व बढ़ जाता है। 30 मई को सोमवती अमावस्या पर उज्जैन में शिप्रा व सोमतीर्थ में स्नान का महत्व है। मान्यता है कि इस दिन सोमतीर्थ में स्नान व श्री सोमेश्वर महादेव के दर्शन कर सफेद वस्तु का दान करने से भक्त को अश्वमेघ यज्ञ का फल प्राप्त होता है।
सोमवती अमावस्या और शनि जयंती एक ही दिन
सोमवती अमावस्या और शनि जयंती दोनों ही पुण्य अवसर एक दिन होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन के शिप्रा नदी में डुबकी लगाने के लिए पहुंचेगे। त्रिवेणी शनि मंदिर सहित अन्य शनि मंदिरों में पूजन- अभिषेक होगा।