उज्जैन। पंचायत चुनावों की घोषणा हो चुकी है और गांवों में चुनावी राजनीति का दौर शुरू हो गया है। इधर अभी नगरीय निकायों की घोषणा नहीं हुई है। लेकिन ये चुनाव जुलाई-अगस्त में होने की संभावना है। अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के बाद अब वार्डों में नए समीकरण बन रहे हैं। वहीं दोनों ही दलों में महापौर पद के दावेदारों की संख्या भी बढ़ती जा रही हैं।
उज्जैन नगर निगम चुनाव में महापौर का पद अजा के आरक्षित रहेगा। वहीं 54वार्डों में से अन्य पिछड़ा वर्ग के वार्ड आरक्षित किए गए हैं। इनमें महिलाओं के लिए 8 और पुरूषों के लिए 7 वार्ड आरक्षित हैं। इसके अलावा अनुसूचित जाति पुरूष के 5 और महिलाओं के 5 वार्ड आरक्षित रहेंगे। सामान्य महिला के 13 और सामान्य पुरूष के 12 वार्ड रहेंगे जहां से वे चुनाव लड़ सकेंगे। पूर्ण रूप से देखा जाए तो महिलाएं 27 और पुरूष 27 वार्ड से चुनाव लड़ सकेंगे। इधर राजनीतिक दलों की बैठकों का दौर शुरू हो गया है।
भाजपा के बाद रविवार को कांग्रेस की भी बड़ी बैठक हुुई है। इसके बाद अब दावेदारों की संख्या भी बढ़ रही हैं। इस बार भाजपा और कांग्रेस के साथ इस बार आम आदमी पार्टी भी उतरेगी। इसके लिए प्रदेश प्रभारी का दौरा शुरू होने वाला है। पार्टी का दावा है कि इस बार वह दमखम से उतरेगी। पिछली बार भाजपा का बोर्ड रहा था। इसलिए कांग्रेस कोशिश करेगी इस बार वह चुनाव में बाजी मारे। आने वाले दिनों में बड़े नेताओं के दौर भी शुरू होंगे।