बारिश के लिए महाकाल में अनुष्ठान – 22 से 26 जून तक पांच दिवसीय महारुद्राभिषेक होगा

महाकाल मंदिर में देश, प्रदेश व शहर में उत्तम वर्षा की कामना के लिए 22 से 26 जून तक महारुद्राभिषेक होगा। पांच दिनों तक दोपहर में मंदिर के मुख्य पुजारी के साथ ही 20 से अधिक पंडित नंदी हाल में बैठकर महारुद्राभिषेक का पाठ करेंगे। पंडितों के अनुसार यह अभिषेक आर्द्रा नक्षत्र में किया जाता है।श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा देश व प्रदेश और नगर में उत्तम वृष्टि की कामना के साथ पांच दिवसीय महारुद्राभिषेक का आयोजन कराएगी। इस अनुष्ठान में प्रतिदिन पंडित भगवान महाकाल के समक्ष पाठ के साथ महारुद्राभिषेक करेंगे। मान्यता है कि इससे प्रसन्न होकर भगवान महाकाल अच्छी बारिश होने का आशीर्वाद देते है।

महाकाल मंदिर में इससे पहले वर्षा की कामना के साथ 24 घंटे का पर्जन्य अनुष्ठान मंदिर समिति द्वारा कराया जाता था। बीते दो वर्ष से कोरोना संक्रमण के कारण पर्जन्य अनुष्ठान नही हो सका। इस बार मंदिर समिति उत्तम वृष्टि के पांच दिवसीय महारुद्राभिषेक करा रही है। इस अनुष्ठान में होने वाले व्यय का वहन मंदिर समिति द्वारा किया जाएगा। व्यय के लिए पिछले दिनों हुई प्रबंध समिति की बैठक में अनुमति भी ले ली है।

महारुद्राभिषेक के दौरान गर्भगृह में प्रवेश बंद रह सकता है

श्री महाकालेश्वर मंदिर में होेने वाले पांच दिवसीय महारुद्राभिषेक अनुष्ठान के दौरान 22 से 26 जून तक दोपहर में गर्भगृह में प्रवेश बंद रखा जा सकता है। हालांकि अनुष्ठान में बैठने वाले पंडित नंदी हाल में बैठकर पाठ करेंगे। इस दौरान नंदी हाल में भी श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर बेरिकेट्स से दर्शन कराने की व्यवस्था मंदिर समिति करेगी।

अनुष्ठान की तैयारी शुरू

अनुष्ठान की तैयारी शुरू मंदिर प्रबंध समिति बैठक में अनुष्ठान की स्वीकृति मिलते ही महाकाल के आंगन में होने वाले महारुद्राभिषेक अनुष्ठान की तैयारी शुरू हो गई है। मुख्य पुजारी द्वारा आयोजन की रूपरेखा तैयार की जा रही है। वहीं अनुष्ठान में बैठने वाले पंडितों के नाम भी तय किए जा रहे है।

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