रेल आरक्षित ई-टिकटों की कालाबाजारी के खिलाफ अभियान के तहत शहर मेन पोस्ट ऑफिस रोड सेन्ट्रल बैंक के पास डॉक्टर लाइन स्थित जय ऑन लाइन सेंटर एवं एमपी ऑन लाईन की शॉप पर संचालन करने वाले व्यक्ति शेलेन्द्र कुशवाह ने रेलवे ई-टिकिट एजेंट आईडी आसी एसइमजी पर बनाना बताया और कम्प्यूटर में एक पर्सनल आईडी मिली व रेलवे की ई-टिकिट के लिए पूछने पर अपने कंप्यूटर से निजी आईडी पासवर्ड ने कालाबाजारी कर रेलवे की ई-टिकिट बनाकर बेचना बताया।
IRCTC ने जारी कर अधिकार पत्र की मांग की गई तो बताया कि उसने लालचवश एजेंट आईडी की आड़ में अपनी एक पर्सनल आईडी पर रेलवे की टिकट बनाकर स्वयं के लाभ के लिए निकालना बताया जाने पर उसके कंप्यूटर को चेक करने पर उसमें एक पर्सनल यूजर आईडी पर टिकट बनी हुई पाई गई। जिसे उसके पास मौजूद कंप्यूटर में लॉग इन करके कुल 10 नग रेलवे के आरक्षित वर्ग के ई- टिकटो की प्रिंट निकाली गई। जिनमें सभी पर यात्रा हो चुकी पाई गई, पंचो के समक्ष यूज्ड ई-टिकट, सीपीयू असेम्बल, विजिटिंग कार्ड , पर्सनल आईडी पासवर्ड व आई।
IRCTC ने जारी एजेंट आईडी पासवर्ड लिखित कागज़ के सबूत से पंचनामा जब्त कर आरपीएफ के कब्जे में लिया गया। रेलवे ई टिकट की कालाबाजारी में संलिप्तता पाई जाने पर कागजी क़ानूनी कार्रवाई कर आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। आरोपी को इस प्रकरण की आगे की जांच में उपस्थित होने बाबत धारा ४१ सीआरपीसी की नोटिस देकर प्रावधानों के तहत और आरोपी के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य एकत्रित करने के बाद बॉन्ड पत्र के तहत विशेष रेलवे मजिस्ट्रेट की शर्तों पर पाबंध कर जमानत पर रिहा किया गया। प्रकरण की जांच स.उप निरीक्षक सुरेश जाट कर रहे है।