राजधानी के बैरसिया थाना पुलिस ने दो फर्जी पुलिसकर्मिंयों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए युवक कांस्टेबल की वर्दी पहने थे और आईकार्ड एसआई का लगाए थे। वे वाहनों को रोक कर वसूली कर रहे थे। जानकारी के अनुसार ये लोग अफसरों के नाम पर वसूली करते हैं। बैरसिया थाना प्रभारी गिरीश त्रिपाठी ने बताया कि ये लोग पहले भी वसूली के मामले में 5 बार जेल जा चुके हैं।
बैरसिया थाना प्रभारी गिरीश त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस की वर्दी में वाहनों को रोक कर दो युवकों द्वारा अवैध वसूली करने की जानकारी मिली थी। मौके पर पहुंचे तो दो युवक खाकी वर्दी में वाहनों को रोक कर वसूली कर रहे थे। जब दोनो से पूछताछ की गई, तो उन्होंने अपना नाम भगवानदास पनिका (25) पिता रामलाल पनिका निवासी और रामकिशोर (26) पिता छठीलाल सेन दोनों निवासी सिंगरौली बताया। दोनों से जब पहचान पत्र मांगे गए, तो भगवानदास पनिका ने एसआई (सब इंस्पेक्टर) की फर्जी आईडी दिखाई, वह कॉन्स्टेबल की वर्दी पहने था, इससे शंका हुई। जब थाने लाकर सख्ती से पूछताछ की, तो हकीकत सामने आई। फिलहाल, पुलिस ने दोनों के खिलाफ धारा 419, 420, 171, 34 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की है।
ठगी करने पहन लेते थे पुलिस की वर्दी
पूछताछ में फर्जी पुलिसकर्मी रामकिशोर ने बताया कि वह ठगी करने के लिए पुलिस की वर्दी पहन लेता था। वर्दी के साथ वॉकी-टॉकी लगाकर घूमता था। जिससे वाहन चालकों और आम लोगों को संदेह न हो।
चार जिलों में कर चुके वारदातें
पुलिस के मुताबिक ये फर्जी पुलिसकर्मी पहले भी कई जिलों में ठगी की वारदात कर चुके हैं। उन्होंने नरसिंहपुर, कटनी, जबलपुर, सिंगरौली सेमत कई जगहों पर ठगी की है। इन जिलों की पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर जेल भी भेज चुकी है।