उज्जैन। शिक्षा विभाग में सफलतापूर्वक 41 वर्ष कार्योपरान्त सेवा निवृत्त हुई रईसा सैयद के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन परिवारजनों द्वारा फ्रीगंज स्थित एक निजी होटल में किया गया। आयोजन में कुटुंबजन, स्टॉफ, संकुल कार्यालय, बीआरसी कार्यालय एवं जनशिक्षा केंद्र के सदस्यों द्वारा मौजूदगी दर्ज करवाई एवं पुष्पहार, पुष्पगुच्छ एवं शॉल-श्रीफल से सम्मान किया गया। कार्यक्रम के दौरान रईसा सैयद की छोटी पुत्री आयशा अंसारी ने स्त्रियों के संघर्ष को समर्पित किताब ‘तंज़ : सोने का पिंजराÓ का विमोचन भी किया, जो कि अमेज़न, फ्लिपकार्ट एवं प्ले स्टोर पर उपलब्ध है।
शिक्षा विभाग में प्राचार्य पद पर कार्यरत बलवंत ठाकुर, महाकाल इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की डायरेक्टर डॉ. नमिता सोनी एवं महिला एवं बाल विकास विभाग में परियोजना अधिकारी इरफ़ान अंसारी द्वारा सम्मान भाषण दिया गया। साथ ही अंचल के मोहम्मद रफी कहे जाने वाले युवा गायक एवं श्रीमती रईसा के भांजे, फिजियोथेरेपिस्ट मोहम्मद शादाब द्वारा गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में नियाज़मन्द की भूमिका पर दामाद इरफ़ान अंसारी, पुत्री शाज़िया अंसारी, आयशा अंसारी एवं भतीजे सैयद फैज़ान रहे। संचालन तपिश वर्मा ने किया। इस अवसर पर अवंतिका प्रहरी संपादक मोहन सिंह परमार भी वहां मौजूद थे।