जिस विभाग में महिला ने 38 साल नौकरी की, उसी विभाग के अफसर ने महिला की मौत के बाद उसके बेटे से GPF क्लीयरेंस के लिए 40 हजार रुपए रिश्वत मांगी। घूस नहीं मिलने पर बेटे को काम नहीं होने की धमकी भी दी। मामला भोपाल के जल संसाधन विभाग की यूनिट विद्युत यांत्रिकी विभाग का है। मृतक महिला कर्मचारी के बेटे ने घूस देने के लिए हामी भरी और लोकायुक्त से शिकायत कर दी। लोकायुक्त की टीम ने जाल बिछाकर स्थापना प्रभारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
कोई घूस मांग रहा तो लोकायुक्त में ऐसे करें शिकायत
- एसपी लोकायुक्त मनु व्यास ने बताया- कोई सरकारी कर्मचारी-अधिकारी रिश्वत की मांग करता है तो लोकायुक्त ऑफिस में आकर लिखित शिकायत करें।
- फोन नंबर- 9827585513 पर भी सूचना दे सकते हैं। हम यह शिकायत को गुप्त रखते हैं।
- फरियादी यह ध्यान रखें कि रिश्वत मांगने, देने के सात दिन के अंदर लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत करनी है।
- शिकायत को हम रजिस्ट्रेशन के लिए लोकायुक्त कार्यालय को भेजते हैं। रजिस्ट्रेशन होने के बाद ट्रैप की अनुमति मिलती है।
- टीम कटेंट की जांच करती है। जैसे ही पता चलता है कि संबंधित अधिकारी रिश्वत मांग रहा है तो हम उसे ट्रैप करने के लिए योजना तैयार करते हैं।
- शिकायतकर्ता को घूस के लिए वह नोट दिए जाते हैं, जिसमें रंग लगा होता है।
- रिश्वत लेना, देना दोनों अपराध हैं। ऐसे में यदि कोई व्यक्ति रिश्वत देने की सूचना नहीं देता और लोकायुक्त संबंधित अधिकारी को ट्रैप करती है तो घूस देने वाले को भी आरोपी बनाया जाता है।