मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सलकनपुर में माता की कृपा से जो काम चल रहे हैं। उन्हें जारी रखते हुए महाकाल महालोक की तर्ज पर शास्त्र सम्मत माता के सभी स्वरूपों के भी श्रद्धालु दर्शन कर सके। ऐसा नया प्रस्ताव भी प्रस्तुत करें। मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को सलकनपुर मंदिर परिसर का अवलोकन करने के बाद मंदिर के निर्माण और विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों को यह निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री के समक्ष वर्तमान निर्माणाधीन कार्यों का प्रेजेंट्शन भी किया गया।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विद्वानों, पंडित और शास्त्रियों से चर्चा भी की जाए। जिससे सभी कार्य धर्म और विधि सम्मत हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका विचार है कि माता के देश भर में स्थापित 52 शक्तिपीठों के चित्र रूप में दर्शन और कथा दीवारों पर उकेरी जाए। इसी तरह माता विजयासेन की सभी छह बहिनों और माता के नौ रूपों को भी चित्र, भीति चित्र या अन्य कलात्मक रूप से चित्रित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिसर में दुर्गा सप्तशती महात्म की कथा भी उकेरी जा सकती है। उन्होंने इस बात का विशेष ध्यान रखने के लिए कहा कि पूजा पूर्व अनुसार ही विजयासेन माता की ही हो। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि माता के मंदिर तक श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए अलग-अलग रोड बनाने के साथ ही रोप वे से यात्रियों की संख्या और फेरे बढ़ाने के प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि पूरे परिसर में होने वाले निर्माण के कुल क्षेत्र की जानकारी 2-3 सप्ताह में नया प्लान प्रस्तुत करें।