जिले की घट्टिया तहसील के ग्राम रलायता में बुधवार को देर शाम बिजली का जर्जर पोल गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई है। हादसा बिजली विभाग की लापरवाही के चलते हुआ है। घटना के बाद गुरुवार को बच्चों का पीएम होने के बाद ग्रामीणों और करणी सेना ने रलायता-घट्टिया मार्ग पर बच्चों के शव रखकर चक्काजाम कर दिया। करणी सेना ने 25-25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने और बिजली विभाग के लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। जाम के कारण घट्टिया-उज्जैन मार्ग पर सैंकडों वाहनों की कतार लग गई। मौके पर एसडीएम और पुलिस भी पहुंची है।ग्राम रलायता में रहने वाले कालूसिंह की 2.5 वर्षीय बेटी निधि और दिलीप सिंह का 6 वर्षीय बेटा दीपपाल घर के बाहर ही खेल रहे थे। इसी दौरान सीमेंट का पोल दोनों बच्चों पर गिर गया। हादसे में गंभीर रूप से घायल बच्चों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। दोनों बच्चों का पीएम गुरुवार को होने के बाद आक्रोशित ग्रामीण व करणी सेना ने रलायता-घट्टिया मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि हादसे में मृत दोनों बच्चों के परिवार को 25-25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए। लापरवाही करने वाले बिजली विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो। सूचना के बाद मौके पर एसडीएम संजीव साहू थाना प्रभारी विक्रम सिंह चौहान पुलिस बल के साथ मौजूद थे। करीब एक घंटे बाद आश्वासन पर ग्रामीणों ने जामा हटाया।
बिजली विभाग की लापरवाही सामने आई
हादसे में मृत दोनों बच्चों के परिजनों ने बताया कि एक साल पहले से बिजली विभाग को सीमेंट के जर्जर पोल को बदलने के लिए शिकायत की गई थी। इसका शिकायती पत्र भी उनके पास है। आवेदन करने के बाद भी विभाग ने पोल हटाने की पहल नहीं की। इतना ही नही हादसे के बाद भी बिजली विभाग के सब इंजीनियर, सुपरवाइजर,लाइनमैन को सूचना दी गई, लेकिन कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा।