इंदौर में कॉलेज प्रिंसिपल को जिंदा जला दिया गया. घटना का आरोपी कॉलेज का ही एक पूर्व छात्र बताया गया है. खबरों के मुताबिक वो मार्कशीट नहीं मिलने से नाराज था. गुस्से में उसने प्रिंसिपल पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी.
पीड़ित को जलाने की कोशिश में छात्र भी थोड़ा जल गया. पीड़ित अभी तक जिंदा है. लेकिन उनकी हालत बहुत ही नाजुक है. हमले में प्रिंसिपल का शरीर 80 फीसद तक जल गया है. उनके जीवित बचने की संभावना पर अस्पताल प्रशासन कुछ भी कहने से बच रहा है.
मार्कशीट न मिलने की वजह से जलाया
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक घटना इंदौर के एक प्राइवेट कॉलेज बीएम कॉलेज ऑफ नर्सिंग की है. विमुक्ता शर्मा यहां की प्रिंसिपल हैं. उन्हें जलाने वाले छात्र का नाम आशुतोष श्रीवास्तव बताया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक इस छात्र पर चार महीने एक प्रोफेसर पर चाकू से हमला करने का आरोप भी लगा था. उस मामले में पुलिस ने छात्र को गिरफ्तार भी कर लिया था. हालांकि बाद में वो छूट गया था. बताया जा रहा है कि उस वक्त भी छात्र ने मार्कशीट को लेकर ही प्रोफेसर पर हमला किया था. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि छात्र के प्रिंसिपल पर हमला करने की एक वजह ये केस भी हो सकता है.
आजतक के मुताबिक पुलिस महानिरीक्षक राजेश गुप्ता ने बताया,
“घटना के वक्त कॉलेज बंद था. छात्र ने जब प्रिंसिपल पर पेट्रोल डाला उस समय वो कैंपस में ही बेलपत्र तोड़ रही थीं. प्रिंसिपल 80 फीसदी तक जल चुकी हैं और उनकी हालत गंभीर है. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.”
छात्र भी जला, आत्महत्या करने की कोशिश की
रिपोर्ट के मुताबिक प्रिंसिपल को जलाने के दौरान आशुतोष का हाथ और सीना भी जल गया था. घटना के बाद वो आत्महत्या करने की कोशिश में था. इसके लिए वो तिंछा वाटर फॉल के पास चला भी गया था. लेकिन वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उसे देख लिया. उन्होंने डायल 100 पर फोन करके जानकारी दी कि एक युवक आत्महत्या करने के मकसद से फॉल पर घूम रहा है.
इसके बाद पुलिस सिविल ड्रेस में पहुंची और आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपी छात्र ने दावा किया कि उसने कॉलेज से BPharma की पढ़ाई की है. पिछले साल जुलाई के महीने में वो पास आउट हो गया था. लेकिन अभी भी उसकी मार्कशीट उसे नहीं दी जा रही है. इसी बात से गुस्सा होकर उसने घटना को अंजाम दिया है.
पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है. गंभीर हालत होने के चलते विमुक्ता शर्मा का बयान नहीं लिया जा सका है.