सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों के निराकरण में फिसड्डी रहने वाला उज्जैन लगभग तीन साल के बाद टॉप चार में शामिल हुआ है। दिसम्बर-2022 में उज्जैन जिला प्रदेश के पांच फिसड्डी जिलों में था।
जनवरी-2023 की ग्रेडिंग में उज्जैन में 80 प्रतिशत शिकायतों का निराकरण किया गया। इससे इसे टॉप चार में जगह मिली है और यह चौथे स्थान पर रहा।
जिले को तीन वर्ष के पश्चात 80 वेटेज पाइंट के साथ ‘ए’ कैटेगरी प्राप्त हुई है। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद सीएम हेल्पलाइन की पेंडिंग शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने के निर्देश दिए थे। निरंतर मॉनीटरिंग के फलस्वरूप अधिकारियों ने शिकायतो के संतुष्टिपूर्ण निराकरण पर ध्यान दिया। इस कारण 6500 से अधिक शिकायतें बंद की जा चुकी हैं, जो प्राप्त शिकायतों का 80 प्रतिशत है।