ग्वालियर के दवा कारोबारी से कीनिया (केन्या) में 9.8 लाख रुपए की ठगी की गई है। उसे दवा का बिजनेस शुरू करने का लालच देकर और वर्क परमिट दिलाकर लाखों रुपए कमाने के सपना दिखाया था।ठगों ने व्यापारी को कीनिया भी बुलाया।
वहां बंधक बनाकर रखा और प्रताड़ित किया। किसी तरह व्यापारी वहां से भागकर ग्वालियर पहुंचा है। अब आरोपी उसके मोबाइल कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं। पीड़ित ने परेशान होने के बाद मामले की शिकायत क्राइम ब्रांच में की है। आरोपी गुजरात के रहने वाले हैं। पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
तारागंज समाधिया कॉलोनी निवासी वैभवकांत उपाध्याय मेडिसिन का कारोबार करते हैं। उनकी फर्म का नाम नवइंडो फार्मा प्राइवेट लिमिटेड है। दवा व्यवसाय से जुड़ा उनका एक दोस्त है, जिसका नाम परमवीर है। यह पहले अफ्रीकन देश कीनिया में दवा का कारोबार करता था। परमवीर भट्ट के जरिए व्यवसायी की पहचान आशापुरी जिला आनंद गुजरात निवासी शिवम भट्ट, शिवम के दोस्त रवि पटेल, उसके चाचा शिरीष भट्ट से हुई थी। इसके बाद परमवीर के जरिए इनसे मोबाइल पर व्यापारी ने कीनिया में दवा का कारोबार करने के लिए बात कही थी। शिवम, रवि व शिरीष ने व्यवसायी को कीनिया में दवा करोबार करने के लिए वर्क परमिट दिलाने का आश्वासन दिया। इसके लिए 10 लाख रुपए के खर्च आने की बात कही। इनके कहने पर वैभवकांत ने 19 अक्टूबर 2022 को 4.90 लाख रुपए शिरीष भट्ट की कंपनी के खाते शिवम ट्रेडर्स आनंद गुजरात में ट्रांसफर किए थे। इसके बाद बातचीत होती रही।
कीनिया पहुंचे तो बंधक बना लिया, प्रताड़ित किया
दवा कारोबारी वैभवकांत ने बताया कि इसके बाद जनवरी में इन लोगों ने उसे कीनिया बुलाया। बीजा लेने के बाद 6 फरवरी 2023 काे व्यापारी कीनिया पहुंच गया। कीनिया में शिवम, रवि व शिरीष उसे फ्लौट पर ले गए। यहां उसे कुछ कागजी कार्रवाई करवाई फिर शेष रुपए जमा करने के लिए कहा। साथ ही, बताया कि यह रुपए यहां के दूतावास में जमा कराने हैं, उसके बाद काम शुरू हो जाएगा। 10 फरवरी को व्यापारी ने 4.90 लाख रुपए शिवम ट्रेडर्स के खाते में जमा करा दिए। इसके बाद दो-चार दिन का आश्वासन देकर आरोपीगण टाल मटोल करते रहे। जब मैंने विरोध किया तो सभी ने घर में बंधक बना लिया। पासपोर्ट और बीजा भी छीन लिया। वहां बंधक बनाकर काफी प्रताड़ित किया है।
किसी तरह ग्वालियर लौटा व्यापारी
व्यापारी किसी तरह ग्वालियर लौटा और यहां आने के बाद वह तीनों आरोपियों को कॉल लगाकर अपने रुपए लौटाने के लिए कह रहा है, लेकिन आरोपी लौटा नहीं रहे हैं बल्कि उसका कॉल ही रिसीव नहीं कर रहे हैं। परेशान होकर अब व्यवसायी ने क्राइम ब्रांच पहुंचकर मामले की शिकायत की है।
पुलिस का कहना
मामले में एएसपी क्राइम राजेश दंडौतिया का कहना है कि एक मेडिसिन फर्म के संचालक ने वर्क परमिट दिलाने के नाम पर रुपए हड़पने की शिकायत की है। अब पुलिस मामले की जांच करेगी जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर आगे एक्शन लिया जाएगा।