अब इस पूरे महीने इस समुदाय के लोग रोजा रखेंगे और अल्लाह की इबादत करेंगे। फारसी में उपवास को रोज़ा कहते हैं, जो सूरज उगने से पहले शुरू होता है और सूर्यास्त पर खत्म हो जाता है। इस दौरान रोजगार लोग न तो कुछ खाते हैं और न ही पीते हैं।
रमजान लगभग तीस दिनों तक चलते हैं। जो लोग पूरे रोजे रखते हैं, वे आमतौर पर कब्स, कमजोरी या बदहजमी से भी गुज़रते हैं। जिसके पीछे वजह होती है सहरी और इफ्तार में ठीक तरह से न खाना। यानी अगर आप सेहरी और इफ्तार में खाने का नियम बनाएंगे, तो आप इस समस्या से बच पाएंगे।
इफ्तार के दौरान डाइट में शामिल करें ये चीजें
1.इफ्तार को हमेशा खजूर के साथ खोलें। उसके बाद ऐसी चीजें खाएं जो फाइबर से भरी हों।
2.इफ्तार करते वक्त कभी भी तले-भूने फूड्स को न खाएं। इससे आपका पाचन बिगड़ सकता है। साथ ही ज्यादा मीठे और नमकीन खाने से भी परहेज़ करें।
3.चिकन-मटन जैसे हेवी और मसालेदार खाने से भी दूरी बनाएं। इससे पेट में बदहजमी और एसिडिटी की समस्या भी हो सकती है।
4.फलों का जूस जरूर पिएं। इससे आपकी दिनभर की कमजोरी दूर होने में मदद मिलेगी। आप मैंगो शेक या फिर खजूर का शेक भी आजमा सकते हैं।
5.रात के खाने को हमेशा हल्का रखें। चावल या रोटी जो भी खाएं, उसकी मात्रा सीमित ही रखें। आप खाने के साथ दही भी खा सकते हैं।
6.खाने में सलाद को शामिल करना न भूलें। सलाद पोषण के साथ-साथ शरीर को हाइड्रेटेड करने में भी मदद करता है।
7.सहरी करने के बाद फौरन सोने न चले जाएं। इससे भी बदहज़मी हो सकती है। इसलिए 10-15 मिनट टहल लें और फिर कम से कम एक घंटे के बाद सोएं।