गोरखपुर को आज मिलेगी 3,838 करोड़ के प्रोजेक्ट्स की सौगात, खोराबार टाउनशिप-मेडिसिटी लांच करेंगे CM योगी

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CM योगी आदित्यनाथ आज मंगलवार को तीन दिनों के दौरे पर गोरखपुर आएंगे। CM यहां मंगलवार और बुधवार को दो दिनों के दौरान गोरखपुर और कुशीनगर जिले में कुल मिलाकर करीब 6 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात देंगे।

CM आज को गोरखपुर के खोराबार में आयोजित कार्यक्रम में 3838 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का शिलान्यास-लोकार्पण करेंगे तो कल यानी कि बुधवार को कुशीनगर के खड्डा तहसील में यह धनराशि 1968 करोड़ रुपए होगी। वहीं, बुधवार को गोरखपुर नगर निगम की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में उनके हाथों 11 करोड़ रुपए से अधिक की सौगात भी जनता को समर्पित होगी।

इसके साथ ही CM योगी आज वासंतिक नवरात्र के पावन अवसर पर शहर को नई टाउनशिप योजना और मेडिसिटी को लांच करेंगे। GDA (गोरखपुर विकास प्राधिकरण) की तरफ से शहर में नई आवासीय जरूरतों को पूरा करने के मद्देनजर खोराबार टाउनशिप तथा एक परिधि विशेष में उच्च स्तरीय व विविधतापूर्ण चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए मेडिसिटी का प्रोजेक्ट तैयार किया है।

मुख्यमंत्री इन दोनों प्रोजेक्टस को आज शाम लांच करेंगे। इसी कार्यक्रम में सीएम जीडीए, अवस्थापना और त्वरित आर्थिक विकास निधि की 3838 करोड़ रुपए की 147 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण भी करेंगे। 109.25 एकड़ की खोराबार टाउनशिप में भूखंड और बहुमंजिला भवन, दोनों ही सुविधाएं लोगों के सामने विकल्प रूप में होंगी।गोरखपुर से चलने वाली या यहां से होकर गुजरने वाली कई ट्रेनों का रूट बदल गया है। यानी कि कुछ ट्रेनें अब अपने निर्धारित रूट की जगह बदले हुए रूट से चलाई जाएंगी। हालांकि, ऐसा कुछ दिनों तक ही रहेगा। NE रेलवे के CPRO पंकज कुमार सिंह ने बताया, पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल में औड़िहार-भटनी रूट इंदारा-कीड़िहरापुर के बीच पैच और डबल लाइन का काम चल रहा है। साथ ही यहां इंदारा यार्ड की रिमाडलिंग के लिए 11 से 26 मार्च तक प्री-नाॅन इंटरलाॅकिंग काम चलेगा। जबकि, 26 से 30 मार्च तक नाॅन-इंटरलाॅक का काम चलेगा। ऐसे में इस रूट पर चलने वाल 7 ट्रेनों का रूट बदल दिया गया है। काम पूरा होने के बाद यह ट्रेनें फिर अपने निर्धारित रूटों से चलेंगी।

  • गोरखपुर से 30 मार्च को चलने वाली 15018 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग गोरखपुर-भटनी- वाराणसी- प्रयागराज की जगह परिवर्तित मार्ग गोरखपुर-मनकापुर-अयोध्या कैंट-प्रतापगढ़-प्रयागराज के रास्ते चलाई जाएगी।
  • लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 29 मार्च को चलने वाली 15017 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग प्रयागराज-वाराणसी-भटनी-गोरखपुर की जगह पर परिवर्तित मार्ग प्रयागराज-प्रतापगढ़-अयोध्या कैंट-मनकापुर-गोरखपुर के रास्ते चलाई जाएगी।
  • अमृतसर से 27 और 29 मार्च को चलने वाली 14650 अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग शाहगंज-मऊ-इंदारा-फेफना-छपरा की जगह पर परिवर्तित मार्ग लखनऊ-बाराबंकी-गोंडा-गोरखपुर-छपरा के रास्ते चलाई जाएगी
  • लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 29 मार्च को चलने वाली 11055 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग शाहगंज-मऊ-भटनी-गोरखपुर की जगह पर परिवर्तित मार्ग प्रतापगढ़-अयोध्या कैंट-मनकापुर-गोरखपुर के रास्ते चलाई जाएगी।
  • दुर्ग से 29 मार्च को चलने वाली 18201 दुर्ग-नौतनवा एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग वाराणसी-भटनी-गोरखपुर की जगह पर परिवर्तित मार्ग प्रयागराज-प्रतापगढ़-अयोध्या कैंट-मनकापुर-गोरखपुर के रास्ते चलाई जाएगी।
  • जयनगर से 28 मार्च को चलने वाली 14649 जयनगर-अमृतसर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग फेफना-गाजीपुर सिटी-जौनपुर-शाहगंज के रास्ते चलाई जाएगी।
  • किशनगंज से 28 मार्च को चलने वाली 15715 किशनगंज-अजमेर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग फेफना-गाजीपुर सिटी-जौनपुर-शाहगंज के रास्ते चलाई जाएगी।

    28 फरवरी, 2006 को हुए उमेश पाल के अपहरण केस में प्रयागराज की MP-MLA कोर्ट मंगलवार को फैसला सुनाएगी। सबकी निगाहें कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं। सोमवार की शाम को आरोपी माफिया अतीक अहमद को अहमदाबाद की साबरमती जेल से और उसके भाई अशरफ को बरेली जेल से प्रयागराज लाया गया है।

    दोनों को नैनी सेंट्रल जेल में हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। मंगलवार की सुबह 10 बजे अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को हाई सिक्योरिटी के बीच जेल से प्रयागराज की स्पेशल MP-MLA कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस मामले में अतीक-अशरफ समेत कुल 10 आरोपियों पर फैसला आना है।

    इलाहाबाद हाईकोर्ट के एडवोकेट शाश्वत आनंद ने बताया कि अपहरण करने वालों पर ही हत्या का भी आरोप लग गया है। ऐसे में धारा 364A में फांसी की सजा का प्रावधान भी है। चूंकि वादी उमेश पाल की हत्या भी हो चुकी है और हत्या का आरोप भी अपहरण कराने वालों पर ही है। ऐसे में अपराध और गंभीर हो जाता है। उन्होंने बताया, अगर अतीक अहमद उसके भाई अशरफ पर दोष सिद्ध होता है, तो 10 साल की कैद से लेकर फांसी तक की सजा का प्रावधान है। इस केस में जीवित रहते उमेश पाल ने अपनी गवाही पूरी कर ली थी।

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