एनएसयूआई ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को पटवारी भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले की जांच व पेपर लीक के खिलाफ कानून बनाने को लेकर सोपा ज्ञापन

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आगर मालवा-एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव अंकुश भटनागर ने बताया कि मध्यप्रदेश में ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 पटवारी भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले की जांच व पेपर लीक के खिलाफ कानून बनाने के संबंध मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सोपा है अंकुश भटनागर ने बताया कि अभी हाल ही में व्यापमं द्वारा ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 की भर्ती परीक्षा से संबंधित टॉप 10 अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी की गई जिसमें टॉप 10 छात्रों में से 7 छात्र केवल ग्वालियर के NRI कॉलेज के परीक्षा केंद्र से है साथ ही इन टॉपर की उत्तर पुस्तिका का अध्ययन करने पर हमें मिला है कि छात्रों ने अपने परीक्षा फार्म में अपने हस्ताक्षर हिंदी में किए हैं जबकि इन लोगों ने अंग्रेजी विषय के पेपर में 25 में से 25 नंबर प्राप्त किए हैं इनमें से कुछ छात्र ऐसे हैं जिन्होंने पहली बार एग्जाम दी और उसमें टॉप कर दिया महिला अभ्यर्थी जिन्होंने पटवारी जॉइनिंग के लिए प्राथमिकता दी है जबकि सर्वाधिक नंबर होने पर पटवारी से उच्च स्तर की पोस्ट का विकल्प था परीक्षा में उत्तर देते समय उन्होंने उन विकल्पों का चयन किया है जो कुछ विकल्प व्यापम द्वारा गलती से कुछ प्रश्नों के उत्तर में दे दिए गए थे ऐसा प्रतीत होता है जैसे इन्हें व्यापम द्वारा जारी उत्तर पुस्तिका पहले ही मिल चुकी थी इन सभी कारणों के साथ और भी घटना है जिससे समझ में आता है ग्वालियर के NRI कॉलेज में पेपर लिक को अंजाम दिया गया। उक्त भर्ती जिस परीक्षा एजेंसी से कराई जा रही है वहां कंपनी केंद्र सरकार द्वारा ब्लैक लिस्ट की हुई है फिर भी ESB ने इस ब्लैक लिस्टेड कंपनी को टेंडर दिया। परीक्षा पेपर में प्रश्न को लेकर सवाल खड़े हुए हैं कि एक पेपर में 30 से 35 प्रश्न गलत है कुछ के उत्तर गलत है ,कुछ ट्रांसलेट गलत है, कोई डाटा से बाहर है फिर भी इनके इतने अधिक नंबर आना संदेह से भरा है। जब परीक्षा चल रही थी तब ग्वालियर , मुरैना, सागर के कुछ संदिग्ध पकड़े थे जो पैसा लेकर थंब क्लोन बनाकर फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे थे। भर्ती परीक्षा में जानबूझकर परीक्षार्थी को पास के सेंटर छोड़कर 400 से 500 किलोमीटर दूर सेंटर दिए गए ऐसा किस उद्देश्य से किया गया पता नहीं।

जून 2023 की खबर है कि ESB ने भर्ती बिना जैमर के करा दी गई जबकि ऑनलाइन भर्ती परीक्षा में जैमर अत्यंत जरूरी है। विगत वर्ष 2022 से शिक्षक भर्ती वर्ग 3 की परीक्षा में भी फर्जीवाड़ा सामने आया था जिसमें एनीडेस्क के जरिए स्क्रीन शेयर कर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया था तब भी यही ब्लैक लिस्टेड परीक्षा एजेंसी थी। हमारी मांगे है कि पूर्ण परीक्षा की सीबीआई जांच हो,टॉप 10 टॉपर्स की पूरी वीडियो ग्राफी जिसमें उनका रिस्पांस टाइम प्रदर्शित होता है उसे जारी किया जाए।,उन्ही 10 टॉपर्स का विषय विशेषज्ञों की उपस्थिति में मीडिया ट्रायल कराया जाए।,यह समस्त जांच समय बद्ध तरीके से 10 दिन में ही पूर्ण की जाए।,उपरोक्त जांच पूरी होने तक डॉक्युमेंट्स वेरीफिकेशन और नियुक्ति की प्रक्रिया को लंबित किया जाए।,आगे आने वाली समस्त परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन को बंद कर परीक्षाओं को ऑफलाइन मोड में आयोजित किया जाए। सभी बिंदु से इस एग्जाम में धांधली की संख्या मध्य प्रदेश के हजारों छात्रों के बीच व्याप्त हो रही है सीबीआई जांच कराकर छात्रों के समक्ष जांच का ब्यौरा प्रस्तुत करें ताकि छात्रों का सरकार पर भरोसा हो। मध्य प्रदेश के तमाम युवाओं का एवम एनएसयूआई आपसे निवेदन है कि मध्य प्रदेश में पेपर लिखकर विरुद्ध कानून बनाया जाए जिसमें प्रावधान किया जाए जो भी व्यक्ति पेपर लिक का दोषी पाया जाता है उसे आजीवन कारावास की सजा मिले। इस अवसर पर जिला एनएसयूआई अध्यक्ष इमरान अली,विधानसभा अध्यक्ष विष्णु गुर्जर,कॉलेज अध्यक्ष राहुल मेघवाल,विजय गुर्जर,सुमित बाथम,मंगलेश चौहान,रामबाबू मालवीय सहित समस्त छात्र उपस्थित थे

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