इंदौर में बैंक ऑफ बड़ौदा में साइबर अटैक से ग्राहकों के रुपए निकालने का मामला सामने आया है। दिल्ली से एटीएम के जरिए रुपए निकाले गए हैं। क्राइम ब्रांच को मिली शिकायत के बाद साइबर एक्सपर्ट के द्वारा जांच की जा रही है। बैंक से भी पुलिस ने जानकारी मांगी है। ग्राहकों का डाटा लीक कैसे हुआ ये पता लगाया जा रहा है। बैंक से ही डाटा लीक होने की आशंका है, हालांकि बैंक अधिकारियों ने इससे इनकार किया है।
इंदौर क्राइम ब्रांच को बैंक ऑफ बड़ौदा की अलग-अलग शाखाओं के ग्राहकों ने रुपए निकाले जाने की शिकायत की है। उन्होंने पुलिस को बताया कि रुपए दिल्ली के चाणक्यपुरी, नेहरू प्लेस और पार्लियामेंट हाउस के पास बने एटीएम से निकाले गए। ठगों ने इस तरह से पूरे मामले को अंजाम दिया कि ग्राहकों के पास न तो ओटीपी आया, न बैंक की तरफ से कोई मैसेज उन्हें मिला। लेकिन उनके अकाउंट से रुपए निकाल लिए गए। इस वजह से कुछ ग्राहकों को तो दो-तीन दिन बाद पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है।
क्राइम ब्रांच को इस मामले में अभी तक करीब आधा दर्जन शिकायतें मिल चुकी है। क्राइम ब्रांच डीसीपी निमिष अग्रवाल द्वारा शिकायत मिलने के बाद मामले में जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि बैंक से ही डाटा लीक हुआ है, हालांकि बैंक ने इस बात से इनकार किया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर विनय बामनिया का कहना है कि मामले को लेकर ऊपरी लेवल पर जांच चल रही है। इंदौर के कितने कस्टमर प्रभावित हुए हैं, जिनके अकाउंट से रुपए निकाले गए हैं, इसकी जानकारी दे पाना फिलहाल मुश्किल है