अफगानिस्तान में जब से तालिबान का कब्जा हुआ है ,तभी से इस देश के हालात बदतर हो गए है। कंधार में पिछले छह महीनों में 1 हजार से अधिक लोग टीबी बीमारी से संक्रमित हो गए हैं।प्रांत के स्वास्थ्य अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया की इस बीमारी से पीड़ित लोगों में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं। कंधार के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख जमालुद्दीन अजीमी ने कहा, ‘पिछले छह महीनों में लगभग 1,160 टीबी रोगी थे, जो पिछले वर्ष की तुलना में साढ़े छह प्रतिशत कम हो गए हैं।
अधिकारियों के अनुसार, इलाज की कमी टीबी बीमारी के फैलने का मुख्य कारण है। जाबुल प्रांत के शाहजॉय जिले के निवासी खान मोहम्मद ने कहा कि उनका कई महीनों से इलाज चल रहा है। टोलो न्यूज के अनुसार, खान मोहम्मद ने कहा, ‘मुझे इलाज कराते हुए 12 महीने हो गए, लेकिन इससे मुझे कोई फायदा नहीं हुआ। जब मैं यहां डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स सेंटर आया, तो मेरा इलाज किया गया और डॉक्टरों ने कहा कि मैं ठीक हो जाऊंगा।’
हेलमंद निवासी अब्दुल अहद ने कहा, मैं यहां आया, डॉक्टरों ने मेरा इलाज किया और हर चीज में मेरी मदद की और अब मैं ठीक हूं।वर्तमान में कंधार के डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स अस्पताल में टीबी से पीड़ित 75 लोगों का इलाज किया जा रहा है, जिनमें से अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं।
कंधार में डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स सेंटर के डिप्टी मुजीब रहमान ने कहा, ‘पिछले छह महीनों में, हमने कंधार के मीरवाइज अस्पताल और सरपौजेह जेल में टीबी से पीड़ित 415 लोगों का निदान और पंजीकरण किया है।’ खांसी, बुखार और वजन कम होना टीबी के मुख्य लक्षण हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, अफगानिस्तान में हर साल कई लोग टीबी बीमारी से मर जाते हैं।