बुधवार दोपहर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजन कलेक्टर भव्या मित्तल से मिलने पहुंचे। कलेक्टर का सम्मान कर उन्होंने कहा हमारी इस मांग पर ध्यान दिया जाए।
कलेक्टर को पत्र भी सौंपा, ताम्रपत्र, कृषि भूमि की मांग
राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व उत्तराधिकारी संयुक्त संगठन के राष्ट्रीय महासचिव सुनील गोपालदास गुजराती ने कहा- 9 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की क्रांति हुई थी। इसी दिन के उपलक्ष्य में हम यहां आए हैं।
केंद्र, राज्य सरकार की ओर से जो सुविधाएं दी जा रही है उसके लिए आभार भी जताया और मांग कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। जो विरांगना है उन्हें सम्मान निधि मिल रही है, लेकिन उनको पहली पंक्ति में बैठाया जाना चाहिए। जिले में 46 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी में से 4 विरांगना जीवित हैं। यह सम्मान उन्हें मिलना चाहिए।
शिल्पा जयकुमार दलाल ने कहा-आज कलेक्टर से मिले। हमने बताया कि 15 अगस्त के दिन सभी मुख्य अधिकारियों को बैठाते हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि हमारे पिता स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। हमारी माता ताराबाई राधाकृष्ण शाह जीवीत हैं। मेरे पिता राधाकृष्ण घनश्याम दास शाह गोवा मुक्ति आंदोलन के प्रमुख स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे हैं। इसलिए हम चाहते हैं कि यह सम्मान मिले। इस दौरान संयुक्त संगठन की ओर से कलेक्टर को एक आवेदन पत्र भी सौंपा गया जिसमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवारों को ताम्रपत्र, कृषि भूमि की मांग की गई।