श्री महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार सुबह 8.45 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे। यहां पर उन्होंने प्रदेश में अच्छी बारिश की कामना के साथ महारुद्र अनुष्ठान प्रारंभ होने के पहले नंदी हॉल में पूजन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने गर्भ ग्रह में भगवान श्री महाकालेश्वर का पंचामृत पूजन और अभिषेक किया। इस दौरान नंदी हॉल में अन्य जनप्रतिनिधि व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
पूजन के बाद मंदिर के पुजारी व पुरोहितों द्वारा अनुष्ठान प्रारंभ किया गया। महारुद्र अनुष्ठान के दौरान दो लघु रुद्र के साथ ही 121 पाठ किए जाएंगे। अनुष्ठान सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक चलेगा। बताया गया कि महारुद्र अनुष्ठान प्रदेश में अच्छी बारिश की कामना के साथ कराया जा रहा है। अनुष्ठान में मंदिर के करीब 66 पुजारी-पुरोहित बैठकर एक साथ महारुद्र का पाठ कर रहे हैं। पूजन के बाद सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि वर्षा नही होने के कारण बिजली का संकट पैदा हुआ है।सावन भादों में इतनी बिजली की जरूरत नही पड़ती थी । फिलहाल 9000 की जगह 15000 हजार मेगा वाट बिजली की आवश्यकता है मांग और आपूर्ति में बडा गेप पैदा हो गया ।किसानो को बिजली का संकट पैदा हो रहा है ।हमारी टीम लगी है कुछ प्रदेशो से बातचीत जारी है । अन्य प्रदेशों से बिजली ली जाएगी
सोमवार को सुबह प्रारंभ हुए महा रूद्र अनुष्ठान के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पुरी तरह शिव की भक्ति में लीन हो गए। नंदी हॉल में मुख्यमंत्री ने पुजारी व पुरोहितों के साथ मंत्र का उच्चारण भी किया। गौरतलब है कि इसी दिन सोमवार को शाम चार बजे से भाद्रपद माह की पहली सवारी व क्रम अनुसार नवम सवारी भी महाकाल मंदिर से प्रारंभ होगी।