बाबा के भक्त ने महाकाल आई टी सेक्टर में सात लाख का उपकरण दान किया : news bulletin
विश्व प्रसिद्ध भगवान महाकाल मंदिर में भगवान महाकाल के भक्त हर दिन अपनी इच्छा अनुसार दान कर जाते हैं, पौराणिक कथाओं में मंदिर में दान का विशेष महत्व है, हजारों किलोमीटर यात्रा कर अपनी इच्छा शक्ति अनुसार बाबा के भक्त महाकाल दरबार में दान कर जाते हैं, इसी क्रम में आज गुजरात के मितेश पटेल द्वारा महाकाल आई टी सेक्टर में जरूरत के आई टी उपकरण दान किए हैं, जिनका मूल्य तकरीबन सात लाख रूपिये बताया जा रहा है, इसके माध्यम से महाकाल महाकाल लोक में वाइज साफ सुनाई देगी, इन उपकरणों को महाकाल आई टी सेक्टर में काफी समय से जरूरत थी, ज्ञात हो की महाकाल लोक बनने के बात पुरे क्षेत्र में भक्तों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है, बड़ी संख्या में भगवान महाकाल भक्त गण बाबा के दर्शन पूजन अभिषेक करने देश दुनिया से आ रहे हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार गुजरात के मितेश पटेल द्वारा महाकाल आई टी सेक्टर में जरूरत का आई टी उपकरण दान किए गए, जिनकी तकरीबन कीमत सात लाख रूपिये हैं, इन उपकरण वाइज मिक्सर आदि सामिल हैं ।
इन आई टी उपकरणों से महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्था सरल सुगम आसान होगी और बाहरी यात्रियों को सन्देश साफ सुनाई दिया जवेगा, महाकाल मंदिर और महाकाल लोक में संदेश साफ सुनाई देगा, इन उपकरणों की अवस्कता महाकाल लोक बनने के बात काफी समय से थी, बाबा के भक्त मितेश पटेल द्वारा सभी आईटी के जरूरी उपकरण आज दान दिए गए।
सहायक प्रशासक मूलचंद जुनवाल, प्रभारी अधिकारी राज कुमार सिंह, सफाई प्रभारी अधिकारी अनुराग चोबे,महाकाल आईटी सेक्टर के अधिकारी ने मितेश पटेल, सहयोगी मित्र और उनकी टीम का प्रतीक चिन्ह, भोग प्रसाद और अंगवस्त्र भेंट कर समानित किया ।
गुजरात से आए बाबा महाकाल के भक्त मितेश पटेल से चर्चा कर जाना की काफी समय से महाकाल मंदिर में निर्माण कार्य कर रहे थे, अच्छा बिजनेश चल रहा है तो मन में बात आई की कुछ महाकाल मंदिर में आवश्यकता सामग्रीदान किया जावे तो महाकाल कार्यालय आ कर आईटी सेक्टर में अति आवश्यक सामग्री लिस्ट अनुसार यथा शक्ति दान की गई, सब कुछ भगवान महाकाल की प्रेरणा से होता है हम सिर्फ माध्यम है, सब कुछ भगवान का हैं ।
देश दुनिया से बाबा के भक्त हजारों किलो मीटर से यात्रा कर भगवान महाकाल के दिव्य दर्शन आरती कर अपनी यथा शक्ति अनुसार इच्छा से महाकाल मंदिर में दान पुण्य कर जाते हैं, ये क्रम इसी तरह से चलाता रहता है, पुराणों में दान पुण्य का अलक महत्व है..